बिहार में भारी बारिश के बाद आई बाढ़ से अब तक ७३ लोगों की मौत हो चुकी है । राजधानी पटना में भारी बारिश और बाढ़ से आम जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित है । इस बीच मौसम विभाग ने एक बार फिर राज्य के तमाम हिस्सों में भारी बारिश की आशंका जताते हुए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है । पटना के सभी स्कूल ४ अक्टूबर तक बंद कर दिए गए हैं । उधर, बाढ़ के बाद अब जलजमाव भरे इलाकों में महामारी की आशंका भी जताई जा रही है । मीडिया रिपोट्र्स के मुताबिक केंद्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री अश्विनी चौबे ने महामारी की आशंका को देखते हुए केंद्रीय टीम को बिहार जाने के लिए कहा है । इधर, राज्य मौसम विभाग ने संबंधित जिलों के प्रशासन को अलर्ट रहने और राहत सामग्री की समुचित व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं । इसके अलावा पटना में डीएम कुमार रवि ने सभी स्कूलों और अन्य शैक्षिक संस्थानों को बंद करने का आदेश जारी किया है । आपदा प्रबंधन विभाग, बिहार के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने बताया, बाढ़ के कारण ७३ लोग मारे गए हैं और ९ घायल हैं । कोल इंडिया से लाए गए पंप में कुछ तकनीकी दिक्कतें थीं । अगर गुरुवार को काम शुरू होता है तो हम राजेंद्र नगर से पानी साफ कर देंगे । पूर्व केंद्रीय मंत्री और बीजेपी के सांसद रामकृपाल यादव बुधवार को अपने संसदीय क्षेत्र पाटलिपुत्र में बाढ़ग्रस्त इलाकों का दौरा करने पहुंचे थे । इस दौरान धनरुआ के रमणी बिगहा क्षेत्र में उनकी नाव पलट गई, जिसके बाद वह डूबने लगे । आनन-फानन उनके पास मौजूद स्थानीय लोगों ने उन्हें बचा लिया । इस घटना में वह मामूली रूप से जख्मी भी हो गए । वहीं, पटना और अन्य इलाकों में बारिश के बाद बदइंतजामी को लेकर नीतीश कुमार की सरकार सवालों के घेरे में है । शहर के पॉश माने जाने वाले इलाकों में कई फीट पानी इकट्ठा है । गली-मुहल्लों में नाव चल रही है । इस बीच बीजेपी ने भी बाढ़ से निपटने को लेकर नीतीश सरकार पर निशाना साधा है । केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के बाद अब बिहार बीजेपी के अध्यक्ष संजय जायसवाल ने पटना में बाढ़ और जलभराव को लेकर नीतीश सरकार पर प्रशासनिक अनदेखी का आरोप लगाया है ।
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