केंद्र सरकार के नए मोटर व्हीकल एक्ट के विरोध में गुरुवार को कई रिक्शा चालकों ने खुद हड़ताल का ऐलान दिया लेकिन रिक्शा चालकों की यह हड़ताल फ्लोप हो गई । खुद रिक्शा चालकों के अधिकतर एसोसिएशन शामिल नहीं हुए । कई जगहों पर तो रिक्शा चालकों की बदमाशी और जबरदस्ती से रिक्शा बंद कराने के मामले सामने आये । हर बार नागरिकों को बंधक बनाकर रिक्शा चालकों के रवैये को लेकर जनता में भारी नाराजगी फैल गई । शहर के विभिन्न क्षेत्रों में गुरुवार को अधिकतर रिक्शा चालू देखने को मिली है । इस तरह आज की रिक्शा हड़ताल में भी विवाद सामने आया । पिछले दो वर्ष से अहमदाबाद के रिक्शा चालकों के विभिन्न प्रश्नों को लेकर विरोध दर्ज करा रहे हैं । अब नए मोटर व्हीकल एक्ट की वजह से रिक्शा चालकों को भारी परेशानी का सामना करने की वजह से गुरुवार को रिक्शा चालकों और रिक्शा एसोसिएशन द्वारा खुद हड़ताल का ऐलान किया गया । गीता मंदिर, एसटी बस स्टेन्ड के पास कई रिक्शा चालक शामिल हुए लेकिन बाकी के क्षेत्रों में रिक्शा रोजाना के अनुसार चालू रही । इतना ही नहीं खुद रिक्शा चालकों के एसोसिएशन गुरुवार की हड़ताल में शामिल नहीं होने से हड़ताल फ्लोप हो गया । रिक्शा चालकों में ही हड़ताल में मतभेद देखने को मिला । अंदर ही अंदर रिक्शा चालकों के मतभेद भी सामने आ गये । गुरुवार को शाम को ६ बजे तक रिक्शा चालकों की हड़ताल रहेगी । नवरात्रि की वजह से शहरीजनों को परेशानी नहीं हो इसके लिए शाम को ६ बजे बाद रिक्शा चालू रखने के लिए निर्णय किया गया है । हालांकि इस हड़ताल में अधिकतर एसोसिएशन शामिल नहीं हुए और उनको जबरदस्ती से बंद कराने का प्रयास किया गया जिसकी वजह से कई स्थलों पर संघर्ष की घटनाएं सामने आई । रिक्शा चालकों की आज की हड़ताल के आंतरिक विवाद को लेकर आज नया विवाद सामने आया । इस दौरान शाम को आरटीओ प्रशासन के अधिकारियों और रिक्शा चालक यूनियन के पदाधिकारियों के बीच बैठक आयोजित की गई थी ।
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