संयुक्त राष्ट्र में चीन ने हाल ही में कश्मीर मुद्दे को उठाया था लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की बातचीत का यह मुख्य विषय नहीं होगा। यह बात मंगलवार को एक वरिष्ठ चीनी अधिकारी ने कही। आने वाले हफ्तों में जिनपिंग भारत के दौरे पर आने वाले हैं। दोनों वैश्विक नेताओं की मुलाकात की तारीखों की अभी पुष्टि नहीं हुई है। मगर माना जा रहा है कि दोनों अक्तूबर में अनौपचारिक बैठक करेंगे।
पिछले साल वुहान में मोदी और जिनपिंग ने अनौपचारिक बैठक की थी। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने कहा कि पिछले साल की ही तरह दोनों नेता किसी विशिष्ट मुद्दे की बजाय बड़े रणनीतिक मामलों पर ध्यान केंद्रित करेंगे। हुआ ने कहा, ‘नेता व्यापक नजरिए वाले रणनीतिक मामलों पर चर्चा करेंगे। मुझे लगता है कि कश्मीर मसला एक ऐसा मुद्दा इतना बड़ा मसला नहीं है जिसपर की बात की जाएगी। ऐसा मेरा सोचना है। वह किसी भी विषय पर बात करने के लिए स्वतंत्र हैं। यह मेरा मानना है।
वुहान में पिछले साल अनौपचारिक मुलाकात एक ऐसे समय पर हुई थी जब 2017 में दोकलम में चीन और भारतीय सेना आमने-सामने आ गई थी। इस मुलाकात ने दोनों देशों के रिश्तों को सामान्य करने में मदद की थी। दोनों देश दूसरी मुलाकात को लेकर आशान्वित हैं। जिससे सुरक्षा से लेकर व्यापार और निवेश तक के क्षेत्रों में रिश्तों को अधिक से अधिक मजबूत बनाया जा सके।
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