नया पाकिस्तान बनाने का दावा करनेवाले इमरान खान की पार्टी के नेता ही खुद को सुरक्षित नहीं मान रहे । पाकिस्तान की आरक्षित सीट से पूर्व में विधायक चुने गए तहरीक-ए-इंसाफ के बलदेव कुमार भारत आ गए है । उन्होंने पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों को असुरक्षित बताते हुए कहा कि अब वह पाकिस्तान वापस नहीं जाना चाहते । बलदेव ने भारत सरकार से शरण की गुहार भी लगाई है । बलदेव कुमार ने पाकिस्तान में असुरक्षित माहौल का दावा करते हुए कहा, पाकिस्तान में सिर्फ अल्पसंख्यक नहीं, खुद मुस्लिम भी सुरक्षित नहीं है । हम पाकिस्तान में बहुत मुश्किल हालात का सामना कर रहे है । मैं भारत सरकार से अनुरो करता हूं कि मुझे इस देश में शरण दे ।
मैं वापस नहीं जाऊंगा । उन्होंने यह भी कहा कि मोदी सरकार को विशेष पैकेज का ऐलान करना चाहिए ताकि पाकिस्तान के हिंदू और सिख अल्पसंख्यक भारत आ सके । उन्हें वहा प्रताड़ित किया जा रहा है । बता दें कि पिछले कुछ महीने में पाकिस्तान में अल्पसंख्यक लड़कियों को अगवा कर जबरन धर्मातरण की कई घटनाएं हो चुकी है । एक स्थानीय मीडिया में प्रकाशित खबर के अनुसार, २००७ में बलदेव ने पंजाब के खन्ना की रहनेवाली एक महिला से विवाह किया था । फिलहाल वह खन्ना में ही अपने परिवार के साथ रह रहे हैं । बलदेव ३ महीने के वीजा पर भारत पहुंचे है । वह खैबर पख्तनूख्वा इलाके में पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों के अधिकारों के लिए आवाज उठाते रहे है । वह इमरान खान की पार्टी से एक बार विधायक भी चुने जा चुके है । एक मीडिया समूह से बातचीत में उन्होंने कहा, पाकिस्तान की बाकी जनता की तरह ही मुझे भी इमरान खान से काफी उम्मीदें थीं, लेकिन उन्होंने हमें निराश किया ।