अहमदाबाद शहर पुलिस कमिशनर ऑफिस में आये कंट्रोलरुम में मंजूरी बिना कोई भी व्यक्ति एंट्री नहीं कर सकता है फिर भी एक महिला कंट्रोलरूम में पहुंच गई थी । खुद को २००२ की बैच की आईपीएस बताकर पुलिस कर्मचारियों के सामने रुतबा बताया । पुलिसकर्मियों को आशंका होने पर उनके पास से आईकार्ड मांगा । जिसकी वजह से आईपीएस के पास आईकार्ड किस तरीके से मांग सकते हो यह कहकर फटकार लगाया । हालांकि, बाद में महिला का पर्दाफाश होने पर आखिर में माधवपुरा पुलिस ने नकली आईपीएस बनकर रुतबा बताने वाली यह महिला की गिरफ्तारी की गई । हालांकि, नकली आईपीएस बनकर रुतबा बताने वाली यह महिला की हिम्मत को लेकर भी सीपी ऑफिस में और अन्य पुलिस गलियारों में काफी चर्चा होने लगी है ।
गत दिन दोपहर में शहर के शाहीबाग क्षेत्र में स्थित सीपी ऑफिस में पुलिस कंट्रोलरुम में एक महिला आई थी । महिला ने अन्य पुलिस कर्मचारियों के साथ वादविवाद किया । खुद २००२ की बैच की आईपीएस अधिकारी हूं और राजकोट से अहमदाबाद तबादला हुआ है । पुलिस कर्मचारियों ने आईकार्ड मांगने पर आईपीएस अधिकारी के साथ आप आईकार्ड किस तरीके से मांग सकते हो, आपको कोई पावर नहीं है यह कहकर रुतबा बताया । पुलिस कंट्रोलरुम के कर्मचारियों को आशंका होने पर उन्होंने माधुपूरा पुलिस को जानकारी दे दी । पुलिस ने महिला का नाम पूछने पर मिनाक्षी पटेल (निवासी-पारसनगर, नरोडा) होने का बताया ।
मिनाक्षी आईपीएस नहीं होने का सामने आने पर माधुपूरा पुलिस ने उनके विरूद्ध अपराध दर्ज करके गिरफ्तारी की । शहर पुलिस कमिशनर ऑफिस में एंट्री करने पहले कहां जाना है यह सवाल बाहर खड़े सुरक्षा गार्ड करते है । इसके बाद मिलने जाने के लिए अर्जीकर्ता को रजिस्ट्रेशन, चेकिंग करके अंदर जाने दिया जाता है । ऑफिस के मुख्य बिल्डिंग में जाने के बाद भी एंट्री कराया जाता है इसके बाद संबंधित अधिकारी को मिलने दिया जाता है ।
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