दबंग सीरीज, सन ऑफ सरदार, राउड़ी राठौर, लुटेरा, अकीरा और इत्तेफाक जैसी फिल्मों में अपनी बेहतरीन अदाकारी से दर्शकों का दिल जीतने वाली बॉलिवुड अभिनेत्री सोनाक्षी सिन्हा ने फिल्म इंडस्ट्री में एक दशक पूरे कर लिए हैं । इन दिनों अपनी फिल्म खानदानी शफाखाना के प्रमोशन में जुटी हैं, इस दौरान अपने १० साल के सफर को लेकर और खास तौर पर अपनी असफलताओं पर सोनाक्षी ने खुलकर बातचीत की । मैं खुद को किसी नंबर पर नहीं देखती, नंबर की दौड़ में भी नहीं रहती । मुझे तो बस अपने काम से बहुत लगाव है । चाहती हूं कि हमेशा मेरा काम ऐसा ही चलता रहे । अब एक दशक पूरे होने के बाद मुझे लगता है कि इतनी व्यस्त तो मैं पहले कभी थी ही नहीं । इन दिनों मेरा काम बहुत अच्छा चल रहा है, पहली फिल्म की तरह ही आज भी अपने काम को बहुत इंजॉय कर रही हूं । जब मेरी कोई नई फिल्म शुरू होती है, उसे मैं अपनी पहली फिल्म की तरह ही देखती हूं, चाहती हूं कि यह फीलिंग मेरे साथ जिंदगी भर रहे । १० साल की जर्नी मेरी बहुत बढ़ियां रही है, किसी से कोई भी शिकायत नहीं है । इस सफर में, जिन लोगों से मिली, जिन कहानियों और फिल्मों से जुड़ी उन सबसे बहुत कुछ सीखा है और आगे भी सीख रही हूं । किसी भी फिल्म की असफलता से मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता है । यह ऊंच-नीच तो सबकी जिंदगी का हिस्सा होता है, अगर यह उतार-चढ़ाव और सफलता-असफलता नहीं होगी, जिंदगी की लाइन एकदम सीधी होगी, तो इसका मतलब है कि आप मर चुके हैं । यह अच्छी बात है कि अप्स ऐंड डाउन हो रहे हैं । जिंदगी ऐसी ही होनी चाहिए, मैं बहुत खुश हूं, कोई शिकायत नहीं है । मैं असफलता को बहुत ही पॉजिटिव रूप में लेती हूं क्योंकि मुझे लगता है कि असफलता से ही ज्यादा सीख मिलती है ।
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