शहर के घाटलोडिया क्षेत्र में एक फाइनेंस कंपनी में फायरिंग के साथ लूट के विफल प्रयास के मामले में पुलिस ने रविवार को लूट करने जा रहे पकड़ा गये युवक के पास से रिवाल्वर मिली है । यह रिवाल्वर इसे दिलाने में मदद करने वाले पुलिस कॉन्स्टेबल गजेन्द्रसिंह विहोल का नाम सामने आने पर आखिर में इसे गिरफ्तार किया गया । पुलिस मुख्यालय में ड्यूटी करते गजेन्द्रहिंस विहोल मूल मेहसाणा की निवासी थी और उसने आरोपी चिराग भावसार को राजस्थान की रिवाल्वर दिलाने में मदद की थी, जिसकी वजह से पुलिस ने रविवार को कॉन्स्टेबल गजेन्द्रसिंह की गिरफ्तारी करने से पुलिसबेडा में सनसनी मच गई ।
शहर के घाटलोडिया क्षेत्र में गत दिन आईआईएफएल नाम की फाइनेंस कंपनी में रिवाल्वर लेकर चिराग भावसार फायरिंग के साथ लूट करने जा रहे पकड़ा गया । पुलिस की पूछताछ के दौरान आरोपी चिराग भावसार ने खुलासा किया है कि, इस पर ८ लाख रुपये का कर्जा हो गया है जिसकी वजह से उसने लूट का प्लान बनाया । यह रिवाल्वर कहां से लाया इसकी पूछताछ में आखिर में पुलिस कॉन्स्टेबल गजेन्द्रसिंह विहोल का नाम सामने आने पर आखिर में इसे गिरफ्तार किया गया और आगे की जांच शुरू कर दी है । उल्लेखनीय है कि, शहर के निर्णयनगर में परिवार के साथ रहता आरोपी चिराग भावसार व्यवसाय से ग्राफिक डिजाइनर है । चिराग को जुआ में ८ लाख रुपये का कर्जा हो गया है । जिसकी वजह से यह भरपाई किया जा सके इस उद्देश्य से उसने लूट करने का प्लान बनाया था ।
पहले उसने इंडिया इन्फोलाइन कंपनी में सोना पर लोन लिया उसने यहां लूट करने का तय किया । प्लान को अंजाम देने के लिए उसने राजस्थान के आबू में से रिवाल्वर खरीदी थी । दोपहर के समय कंपंनी में जाकर बैंक में मैनेजर धक्कामुक्की देकर लूट करने का प्रयास किया गया । हालांकि मैनेजर हिम्मत बताकर निकट रहा पानी का ग्लास इस पर फेंका था, जिसकी वजह से पानी चिराग की आंख में चला गया और अन्य कर्मचारियों ने इसे पकड़ लिया ।