पुलवामा आतंकी हमले के बाद जैसे हालात से निपटने के लिए भारतीय सेना बेहद सटीक हमले के लिए एक खास बम खरीदने जा रही है । लंबी दूरी की तोपों में इस गोला-बारूद का इस्तेमाल होगा । इसकी खास बात यह है कि बेहद घनी आबादी में भी ऐक्सकैलिबर गाइडेड गोला दुश्मन के टारगेट को पूरी सटीकता से ५० किमी से भी ज्यादा दूरी से निशाना बना सकता है । पाकिस्तान अक्सर नियंत्रण रेखा पर गोलाबारी करता रहता है, ऐसे में यह भारतीय हथियार आबादी के बीच मौजूद दुश्मन के ठिकाने को भी बर्बाद कर सकेगा । सरकारी सूत्रों ने बताया, भारतीय सेना आपातकालीन खरीद प्रक्रिया के तहत अमेरिका से ऐक्सकैलिबर आर्टिलरी ऐम्यनिशन खरीदने की योजना बना रही है । हथियार प्रणालियों और गोला-बारूद खरीदने के लिए मिले आपातकालीन अधिकारों के तहत इस खरीद की समीक्षा की जा रही है, जिससे भविष्य में पुलवामा हमले के बाद बनी स्थिति के लिए तैयारी पुख्ता की जा सके । यह गोला-बारूद नियंत्रण रेखा पर तैनात यूनिटों के लिए खरीदा जा रहा है जहां पाकिस्तान गोलाबारी करता रहता है । यह बम हवा में और बंकर जैसे मजबूत ढांचे में घुसने के बाद भी धमाका कर सकता है । हाल में हुई एक बैठक में सेना ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को अमेरिका से इस गाइडेड ऐम्यनिशन की खरीद की योजना के बारे में जानकारी दी थी, जो ़क्कस् सिस्टम का इस्तेमाल कर ५० किमी की दूरी से ही दुश्मन के ठिकाने को तबाह कर सकता है । आपको बता दें कि इस बम को अफगानिस्तान में युद्ध के समय तोप से दागे गए गोले के निशाने को बेहद सटीक बनाने के लिए अमेरिका में विकसित किया गया था । अमेरिकी सैनिक करीब दो दशक से अफगानिस्तान में लड़ रहे हैं । उधर, भारतीय सेना अमेरिका में बनी रू-७७ अल्ट्रा-लाइट होवित्जर्स तोपें भी खरीद रही है जिससे ऐक्सकैलिबर ऐम्यनिशन को दागा जा सकता है । गौरतलब है कि भारतीय सेना लगातार अपनी तैयारियों को मजबूत करती जा रही है ।
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