गुजरात विश्वविद्यालय (जीयू) के ६५ कॉमर्स कॉलेजों (वाणिज्य महाविद्यालय) में उपलब्ध बीकॉम की ४०४०० सीटों में से दो चरण की प्रवेश प्रक्रिया (रिशफलिंग) पूरी करने के बाद १२८१० सीटें रिक्त रह गई है । इसमें सरकारी कॉलेजों में ४७२ जबकि अनुदानित कॉलेजों में ५४९७ सीटें शामिल है । शेष निजी कॉलेजों की सीटें है । १५ बीबीए कॉलेजों में उपलब्ध २४३८ सीटों की बात करें तो दो चरणों की प्रवेश प्रक्रिया के बाद ८८४ सीटें खाली रह गई है । इसी प्रकार १७ बीसीए कॉलेजों की २९२५ सीटों में से ११५० सीटें खाली रह गई ।
रिक्त रही बीकॉम, बीबीए, बीसीए की १५ हजार सीटों पर प्रवेश की जिम्मेदारी अब कॉलेजों को सौंप दी गई है । जिन कॉलेज और जिस कोर्स में सीटें खाली है उसका पूरा ब्यौरा मेरिट के सात जीयू प्रवेश समिति की वेबसाइट पर अपलोड कर दिया गया है । विद्यार्थी इसे देखकर सीधे कॉलेज में जाकर एक जुलाई तक पिन नंबर लेकर ऑनलाइन आवेदन कर सकता है । दो जुलाई तक संबंधित कॉलेज में दस्तावेज की जांच करा सकता है और उसके आधार पर कॉलेज चार से छह जुलाई के दौरान मेरिट बनाकर प्रवेश दे सकते हैं । ईडबल्यूएस आरक्षण लागू होने जीयू में बीकॉम, बीबीए, बीसीए कोर्स में २५ प्रतिशत सीटें बढ़ गई । इसका फायदा विद्यार्थियों को हुआ है । उन्हें अच्छे कॉलेजों में ज्यादा सीटें उपलब्ध होने के चलते अच्छी कॉलेज में प्रवेश मिल गया । इसके चलते रिक्त रहने वाली सीटों का आंकड़ा भी १५ हजार के करीब पहुंच गया है । जो बीते वर्ष की तीन चरणी की प्रवेश प्रक्रिया के बाद करीब दो तीन हजार ही रहता था । इस साल ईडबल्यूएस के चलते करीब ९३२३ सीटे बढ़ी है । जो बीते वर्ष करीब ३७ हजार २९० ही थी ।