राज्यसभा में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के वक्तव्य के बाद कांग्रेस ने बुधवार को आरोप लगाया कि मोदी ने लंबा भाषण दिया और व्यंग्य भी किया, लेकिन उन बुनियादी सवालों के जवाब नहीं दिए जो विपक्ष ने उठाए थे । मोदी ने राष्ट्रपति अभिभाषण के राज्यसभा में धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई चर्चा में विपक्ष पर उच्च सदन में विधेयकों को पारित करने में व्यवधान डालने का आरोप लगाया । कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने यह दावा किया कि प्रधानमंत्री का यह आरोप पूरी तरह गलत है कि राज्यसभा ने पिछले पांच वषोर्ं में कामकाज में रुकावट पैदा की । उन्होंने संसद भवन परिसर में संवाददाताओं से कहा कि सरकार को २००४ से २०१४ के बीच की संसद की कार्यवाही का ब्यौरा जारी करना चाहिए ताकि यह पता हो सके कि कार्यवाही में किस तरह से व्यवधान डाले गए थे । शर्मा ने कहा, प्रधानमंत्री ने राज्यसभा में लंबा भाषण दिया और व्यंग्य भी किया, लेकिन उन बुनियादी सवालों के जवाब नहीं दिए जो हमने उठाए थे । किसानों के मुद्दों पर उन्होंने सदन को गुमराह किया । नेता प्रतिपक्ष की बात को उन्होंने गलत ढंग से पेश किया । उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री चाहते हैं कि लोकसभा जिस विषय पर जैसे मुहर लगा दे और उसी तरह राज्यसभा भी पारित कर दे तो यह संभव नहीं है । दरअसल, लोकसभा चुनाव में मिली करारी शिकस्त के लिए ईवीएम पर ‘‘ठीकरा’’ फोड़ने को लेकर कांग्रेस पर बरसते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने बुधवार को विपक्ष को नकारात्मकता त्यागने और देश की विकास यात्रा में सकारात्मक योगदान देने की नसीहत दी । उन्होंने हाल में संपन्न लोकसभा चुनाव का उल्लेख करते हुए कहा, ऐसे अवसर बहुत कम आते हैं जब चुनाव स्वयं जनता लड़ती है ।