भारतीय मुल के एक शीर्ष अमेरिकी थिंक टैंक का कहना है कि पिछले दिनो बिहार की राजनिती में जिस प्रकार से बीजेपी ने वापिसी की है और सत्ता पर अपनी पकड बनाई है उससे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीजेपी के स्वर्ण काल की शुरुआत की है । कार्नेगी एंडोमेंट फोर इंटरनेशनल पीस में दक्षिण एशिया कार्यक्रम के निदेशक एवं वरिष्ठ फेलो मिलान वैष्णव ने एक संपादकीय में कहा कि ताजा उथल पुथल इस बात का संकेत है कि नेहरु गांधी परिवार की कांग्रेस पार्टी द्वारा लंबे समय से नियंत्रित देश में अब भाजपा राजनिति का नया केंद्र है । इसके साथ ही उन्होंने कहा कि २०१९ में देश में होने वाले चुनावो के लिए बीजेपी न सिर्फ एक बडी पार्टी है, बल्कि वह शक्तिशाली राज्यो में अपनी पकड मजबुत करने की दिशा में भी बेहद तेज गति से आघे बढ रही है । उन्होंने लिखा है, भाजपा सरकार के लगातार मजबुत होने से नितिगत स्थिरता और राजनीतिक मजबुत के संकेत मिल रहे है , लेकिन इसके साथ ही भारत में लोकतांत्रिक संतुलन को लेकर भी चिताए पैदा हो रही है । वैष्णव ने कहा कि उनकी व्यापार अनुकुल नितियां, राष्ट्रवादी बयानबाजी और उनकी आकांक्षा से भरी अपील युवाओं में उत्साह भरती है और इसके जरिए मोदी अपनी पार्टी को एतेहासिक चुनावी जीत की और आगे ले गए है । उन्होंने कहा कि तीन दशक में बहुमत हासिल करने वाली पहली पार्टी बन मोदी ने भाजपा के लिए स्वर्णकाल का प्रारंभ कर दिया है । इस बात का उल्लेख करते हुए कि भाजपा की गति ने पार्टी के लिए अभुतपूर्व अवसरो के द्वारा खोल दिए है । उन्होंने लिखा कि इस क्रम में बिहार के जुड जाने से राज्यसभा में भाजपा जल्द ही बहुमत में आ जाएगी और यह काम २०१८ के अंत तक हो सकता है । उन्होंने लिखा दोनो सभाओं में नियंत्रण होने के साथ भाजपा अपने विधायी एजेंडे को कुछ मुश्किलो के साथ ही सही आगे बढा सकेगी इसके साथ ही उन्होंने इस बात को लेकर चिंता भी जाहिर की कि सत्ता के इस केन्द्रीकरण के नकारात्मक पहलु भी है ।
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