आंध्र प्रदेश के सीएम और टीडीपी के मुखिया एन चंद्रबाबु नायडु इस बात से परेशान है कि ज्यादातर भारतीय डिजिटल ट्रांजैक्शन को फिजिकल करंसी के मुकाबले महंगा मानते है, जिससे प्रधानमंत्री की इस बडी पहल का मकसद बेमानी हो जाता है । नायडु की पार्टी न सिर्फ केंद्र की एनडीए सरकार का हिस्सा है, बल्कि वह डिजिटल पेमेंट पर मुख्यमंत्रियो की कमिटी के प्रमुख भी है । ईटी के सीआर सुकुमार को दिए इंटरव्यु में नायडु ने कहा कि बैंको और वित्तीय संस्थानो ने चार्ज लगाकर डिजिटल ट्रांजैक्शंस को महंगा कर दिया । ज्यादातर लोग अब डिजिटल ट्रांजैक्शंस को फिजिकल करेंसी ट्रांजैक्शंस के मुकाबले ज्यादा महंगा मानते है । इसकी वजह बैंको और वित्तीय संस्थानो द्वारा गैर जरुरी चार्ज लगाया जाना है । मुझे आशंका है कि इससे डिजिटल पेमेंट को लेकर प्रधानमंत्री की पहल बेमानी हो जाएगी । मैंने इस मुद्दो पर केंद्र सरकार को अंतरिम रिपोर्ट सौंपी है और डिजीटल ट्रांजैक्शन की कोस्ट कम करने के लिए केंद्र सरकार से दखल की मांग की है । पिछले ३ साल को अपने ४० लाख के राजनीतिक करियर का सबसे सफल और चुनौतीपूर्ण हिस्सा मानता हूं । विकास और कल्याण दोनो लिहाज से मैं अपनी उपलब्धियो से संतुष्ट हूं । प्रस्तावित राजधानी अमरावती के लिए किसानो से ३५,००० एकड से भी ज्यादा का लैंड पुल तैयार करना और कृष्णा गोदावरी नदियों को जोडना है । बाकी उपलब्धियो में शासन के अधिकतर हिस्सो में प्रशासनिक सुधार लाना, १७ लाख करोड के निवेश के लिए एमएओयु पर हस्ताक्षर और जमीनी स्तर पर ३ लाख करोड से भी ज्यादा निवेश लाना आदि शामिल है । हम ग्रामीण इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करने में सफल रहे । कई राज्यो से कडे मुकाबले के बाद कोरियाई कार कंपनी किया मोटर्स को राजी करना बडी उपलब्धि रही है । जाहिर तौर पर हम कुछ और बडी ओटो कंपनियां मसलन हीरो मोटर्स, इसुजु, अपोलो टायर्स, सिएट टायर्स और भारत फोर्ज को आकर्षित करने में सफल रहे, जिससे हमें आध्र प्रदेश में ओटोमोबाइल हब और इकोसिस्टम तैयार करने में मदद मिलेगी । कई हार्डवेयर और मोबाइल हैंडसेट कंपनिया और एग्रोप्रोसेसिंग फर्म आंध्र में अपनी युनिट लगा रही है । मोदी अच्छा काम कर रहे है । हमे तारीफ करने की जरुरत है । वह इकोनमी और भारत की इमेज को फिर से तैयार कर रहे है, जिसे कांग्रेस की अगुवाई वाली युपीए सरकार ने बर्बाद कर दिया था ।