ओनलाइन दवाई की बिक्री, रिटेइलर मार्जिन में कमी और ई पोर्टल पर दवाई की बिक्री की डिटेइल्स अपलोड करने सरकार की गाइडलाइन्स के खिलाफ अहमदाबाद, गुजरात समेत आज देश में करीब ९ लाख मेडिकल स्टोर्स संचालक के हड़ताल कर विरोध दर्ज कराया हैं । मेडिकल स्टोर्स के संचालकों की हड़ताल के कारण आज मरीज और उनके परिवार वाले काफी परेशान दिखाई दिए हैं । जीवन आवश्यक और इमरजन्सी दवाई के लिए अधिक परेशानी हुई हैं । दूसरी तरफ कोर्पोरेशन संचालित अस्पताल और सरकारी अस्पताल में पंडित दीनदयाल औषध केन्द्र के स्टोर्स जारी रहने पर आंशिक राहत मिली हैं । लेकिन मेडिकल स्टोर्स की ओवरहोल हड़ताल के कारण मरीज और उनके परिवारों को परेशानी तो हुई हैं । जीएसटी लागू होने से पहले सरकार की नई विवादित दवाई की नीति को लेकर मेडिकल स्टोर्स के संचालकों में भारी नाराजगी देखने मिली हैं । जिसके कारण आज उन्होंने एक दिवसीय हड़ताल रखी थी । अहमदाबाद शहर समेत पूरे गुजरात राज्य तथा देश में मरीज और उनके परिवार वाले दवाई के लिए परेशानी में दिखाई दिए थे । सरकारी अस्पतालों, और पंडित दिन दयाल और जनऔषधी केन्द्र खुले रहने पर लोगों की भीड़ वहां पर देखने मिली थी । लोगोें ने मेडिकल स्टोर्स की हड़ताल के कारण उनके संचालकों के खिलाफ आक्रोशित रवैया अपनाते हुए कहा कि मरीज और उनके परिवार को इमरजन्सी दवाई की आवश्यकता होने पर वह कहां जाएगे । स्टोर्स संचालक का यह रवैया अमानवीय और गैरकानूनी हैं । दूसरी तरफ निजी और वैभवी अस्पतालों के सत्ताधिकारियों को मेडिकल स्टोर्स की हड़ताल की जानकारी होने पर उन्होंने पहले से ही दवाईयों को स्टोक कर लिया था । जिसके कारण नीजी अस्पतालों में दवाई को लेकर अधिक परेशानी नहीं हुई हैं ।