अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान की स्थापना को लेकर राजकोट और वड़ोदरा के बीच जारी रस्साकसी के बीच गुजरात सरकार ने बुधवार को कहा कि यह केंद्र तय करेगा कि नया संस्थान कहां बने । उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल ने कहा कि राज्य की भाजपा सरकार ने दोनों ही शहरों में संभावित स्थलों की पहचान कर केंद्र के पास एक प्रस्ताव भेजा है । उन्होंने गांधीनगर में कहा, यहां एम्स जैसा संस्थान स्थापित करना हमारी सरकार के लिए बड़े महत्व की बात है क्योंकि लोग इससे श्रेष्ठ स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ उठा सकेंगे । उन्होंने कहा, हमने दो जगहों वडोदरा में एक और राजकोट में एक की पहचान की है और केंद्र के पास प्रस्ताव भेजा है । एक केंद्रीय दल ने दोनों ही शहरों का दौरा किया है और सभी संबंधित अन्य प्रक्रियाएं पूरी हो गयी है । अब एम्स के लिए स्थान तय करना केंद्र का काम है ।
गुजरात कुछ समय से राज्य में एक एम्स खोलने की मांग कर रहा है लेकिन इसी बीच दो क्षेत्रों सौराष्ट्र के राजकोट और मध्य गुजरात के वडोदरा के नेता इसके लिए जर्बदस्त लॉबिंग करने में लग गये हैं ।
हाल के जसदान विधानसभा उपचुनाव से पहले यह मुद्दा उठा और ऊर्जा मंत्री सौरभ पटेल एवं प्रदेश भाजपा अध्यक्ष जीतू वघानी समेत कई भाजपा नेताओं ने कहा कि राजकोट में एम्स खुलना चाहिए । जसदन राजकोट जिले में है । एम्स की मांग को लेकर वडोदरा और राजकोट के नेताओं के बीच वाकयुद्ध छिड़ा हुआ है ।
આગળની પોસ્ટ