अपने विवादित बयानों को लेकर चर्चा में रहने वाली यूपी के बहाराइच की बीजेपी संसद सावित्री बाई फुले ने बार फिर से विवादित बयान दिया है । उन्होंने कहा है कि भगवान हनुमान मनुवादी लोगों के गुलाम थे । इतना ही नहीं, सांसद ने यहां तक कह डाला कि अगर भगवान राम में शक्ति होती तो अयोध्या में मंदिर बन गया होता । सांसद ने भगवान राम को मनुवादी बताया और कहा कि हनुमान मनुवादी लोगों के गुलाम थे । उन्होंने कहा कि अगर वह दलित नहीं थे तो उन्हें इंसान क्यों नहीं बनाया गया । उन्हें बंदर क्यों बनाया गया । उनका मुंह क्यों काला किया गया । उन्होंने इन सवालों के जवाब में कहा कि ऐसा इसलिए किया गया क्योंकि वह दलित थे । उन्होंने कहा कि दलितों और पिछड़ो को बानर और रक्षक कहा जाता था । हनुमान एक इंसान थे लेकिन उन्हें बंदर बनाया गया । यह सब भगवान राम ने किया । उन्होंने दावा किया कि हनुमान दलित थे इसलिए उन्हें अपमानित किया गया था । हम दलितों को इंसान नहीं समझा जाता था । सुप्रीम कोर्ट में राम मंदिर मुद्दा विचाराधीन होने के मामले में सांसद ने कहा कि बीजेपी के पास कोई दूसरा मुद्दा नहीं है, इसलिए इसे उछाल रही है । देश को मंदिर की जरूरत नहीं है । क्या मंदिर बनाने से दलितों और पिछड़ो की बेरोजगारी का मुद्दा हल हो जाएगा । मंदिर बनने से सिर्फ ब्राह्मणो को लाभ होगा जो देश में सिर्फ तीन फीसदी है । बीजेपी सांसद ने कहा, हमको अधिकार चाहिए वर्ना कुर्सी खाली करो । सावित्री बाई फुले के बयान पर बीजेपी के प्रवक्ता चंद्र मोहन ने कहा कि ऐसा लगता है कि सांसद को भारतीय परंपरा का ज्ञान नहीं है ।
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