બ્લોગMORNING TWEET September 26, 20180301 Share00 “रिश्ता” ऐसा हो जिस पर नाज़ हो, कल जितना “भरोसा” था उतना ही आज हो,….! “रिश्ता” सिर्फ वो नहीं जो “ग़म या ख़ुशी” में साथ दे, “रिश्ते” तो वो हैं जो हर पल अपनेपन का एहसास दें…!!