अपने स्वच्छता अभियान को बढावा देने के लिए रेलवे अब रेल पटरियों का भी स्वच्छता सर्वे करेगा । यह सर्वे एक स्वतंत्र संस्था द्वारा व्यस्त रुटों पर किया जाएगा । इस सर्वे के बाद रेलवे अपने सभी १६ जोन को उनके प्रदर्शन के आधार पर रैंकिंग देगा । रेलवे ने हाल ही में क्वालिटी काउंसिल ऑफ इंडिया द्वारा ४०७ स्टेशनों पर किए गए एक सर्वे के आंकडे जारी किए हैं । इस सर्वे में इन स्टेशनों को स्वच्छता के आधार पर रैंकिंग दी गई है । रेल मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि केंद्र सरकार द्वारा चलाए जा रहे स्वच्छता अभियान में भागीदारी के रुप में ट्रैक को स्वच्छ बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं । रेलवे ट्रैक पर कई जगहों पर बचा हुआ खाना, प्लास्टिक की बोतलें, पेपर बॉक्स आदि फैले रहते हैं । ट्रेनों से निकलने वाला मल मूत्र भी चिंता का विषय हैं । अधिकारियों के मुताबिक मल मुत्र और कचरे से ट्रेक खराब हो रहे हैं । कई रेलवे मंडल स्टेशनों के आसपास ट्रैक पर अब मल मूत्र की गंदगी कम होती है । इन्डियन रेलवे नेटवर्क दुनिया का तीसरा सबसे बडा नेटवर्क हैं । ६६,००० किलोमीटर मं इसका नेटवर्क फैला हुआ है और पूरे देश में इसके ८००० से भी अधिक स्टेशन हैं । २ अक्टूबर २०१४ को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा स्वच्छ भारत अभियान का उद्देश्य महात्मा गांधी की १५०वीं जयंती पर २ अक्टूबर २०१९ तक स्वच्छ भारत का लक्ष्य हासिल करना था । रेलवे ने स्वच्छ रेल पोर्टल की भी शुरुआत की है जिसमें विभिन्न स्टेशनों की स्वच्छता के आधार पर रैंकिंग बता गई गी है, साथ ही यह भी बताया गया है कि किन पैमानों पर यह रैंकिंग तय की गई है । इस वेबसाइट पर यात्री स्वच्छता को लेकर अपना फीडबैक भी दे सकते हैं । यात्री से मिले फीडबैक के आधार पर गंदगी वाली जगहों की पहचान कर उन्हें साफ कराया जाएगा और स्वच्छता के स्तर में सुधार आएगा ।