सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकंड्री एजुकेशन (सीबीएसई) अगले साल से परीक्षा के नियमों को और सख्त बनाने जा रहा है । सभी प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे जॉइंट एंट्रेंस एग्जामिनेशन (जेईई), नैशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (नीट) या कॉमन ऐडमिशन टेस्ट (कैट) की तर्ज पर १०वीं और १२वीं के एग्जाम में भी लेट एंट्री पर पूरी तरह रोक लगा दी जाएगी । सभी छात्रों को १०.१५ बजे तक अपनी सीटों पर बैठ जाना होगा ।
मानव संसाधन विकास मंत्रालय के सूत्रों का कहना है कि परीक्षा को अधिक सुरक्षित बनाने के लिए कई कदम उठाए गए हैं । लेट एंट्री पर बैन और अन्य उपाय जैसे डबल कोड वाले पेपर इसी प्रयास का हिस्सा है । मौजूदा नियम के मुताबिक, एग्जाम सेंटर पर एंट्री का ऑफिशल टाइम ९.३० बजे और प्रश्नपत्र १०.१५ से बांटा जाता है । १५ मिनट प्रश्नपत्र को पढ़ने के लिए दिया जाता है । हालांकि परीक्षा १०.३० बजे शुरू होती थी लेकिन मार्च-अप्रैल बोर्ड २०१८ परीक्षाओं तक छात्रों को ११ बजे और इमर्जेंसी एंट्री ११.१५ तक थी जिसका फैसला केंद्र प्रमुख के विवेक पर निर्भर करता था । मंत्रालय के एक सूत्र ने बताया, जेईई या नीट और कैट तक में काफी सख्त नियमों पर पालन किया जाता है । निर्धारित समय के बाद छात्रों को एंट्री नहीं दी जाती है । इससे परीक्षा की पूरी प्रक्रिया में सुधार आएगा जो हाल के दिनों में पेपर लीक्स की घटना के बाद विवादों में घिरी रही है । एचआरडी मिनिस्ट्री के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, सीबीएसई एंट्री टाइम के सख्त अनुपालन को लेकर एक सर्कलर जारी करेगा और इसके सख्त क्रियान्वयन की जिम्मेदारी सेंटर सुपरवाइजरों की होगी ।