गीर क्षेत्र में शेर सहित के अन्य वन्य प्राणियों की मौत की घटना अक्सर सामने आती रहती है लेकिन सरकारी प्रशासन या वन विभाग द्वारा इस मामले में कोई प्रभावी कदम नहीं उठाया जाता है जिसकी वजह से वाइल्डलाइफ प्रेमियों में नाराजगी बढ़ गई है । अमरेली के धारी गीर हडाला रेन्ज में एक शेरनी की जहरीली वायरस से मौत होने की वजह से भारी सनसनी मच गई है । वन विभाग के अधिकारी सक्रिय हो गये है । दूसरी तरफ मीतियाला अभ्यारण में से भी एक शेरनी का शव मिलने से प्रशासन ने अब जांच शुरू कर दी है । हालांकि दोनों शेरनी की मौत को लेकर पोस्टमोर्टम और एफएसएल की मदद ली जा रही है जिसकी वजह से सही कारण का पता लगाया जा सकता है । पहले भी तीन दिन पहले इस क्षेत्र में ३ तेंदुए के बच्चे की मौत होने की घटना सामने आने पर वाइल्डलाइफ प्रेमियों में भारी नाराजगी फैल गई है, तब रविवार को दो शेरनी की मौत की घटना सामने आने पर फिर से एक बार शोक की लहर फैल गई है । अमरेली के धारी में हडाला रेन्ज में ९ वर्ष की शेरनी की जहरीली वायरस से मौत हुई है और मीतियाला अभ्यारण में १५ वर्ष की शेरनी का शव मिला । जूनागढ़ सीसीएफ. द्वारा दोनों शेरनी की मौत की पुष्टि की जा रही है ।
फिलहाल वन विभाग घटना स्थल पर पहुंचकर दोनों शेरनी का शव बरामद करके पोस्टमोर्टम के लिए भेजा गया है । हालांकि दोनों शेरनी की मौत को लेकर रहस्य गहराया है । इसे लेकर इस मामले में एफएसएल और विशेषज्ञों की मदद ली जा रही है । किस जहरीली वाइरस की असर से शेरनी की मौत हुई और दूसरी शेरनी की मौत किस तरीके से हुई, इसकी हत्या हुई है किसी ने शिकार करके फेंक दिया है यह सहित के प्रश्नों का जवाब लेने के लिए वन विभाग के अधिकारी काम में लग गये हैं ।
આગળની પોસ્ટ