२०१९ के लोकसभा चुनाव से पहले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के शीर्ष नेतृत्व को आगाह किया है । कहा गया है कि देशभर में बड़े पैमाने पर झूठी खबर फैलाई जा रही है कि केंद्र सरकार आनेवाले दिनों में एससी-एसटी को मिलने वाला कोटा (आरक्षण) खत्म करनेवाली है । संघ ने इससे जुडी एक रिपोर्ट शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के साथ साझा की । संघ का दावा है कि उन्होंने ये जानकारी अपने देशभर में फैले नेटवर्क के जरिए जुटाई है ।
संघ का दावा है कि पीएम मोदी ने भी रिपोर्ट पर संज्ञान लिया है । वहीं सूरजकुंड में हुई संघ की बैठक में मौजूद अमित शाह ने भी इस रिपोर्ट का जिक्र किया । शाह ने माना कि विपक्षी पार्टियों का यह एजेंडा बीजेपी के लिए चुनौती है, लेकिन पार्टी इससे निपटने के लिए जल्द ही कोई प्लान बनाएगी । बता दें कि संघ की उस बैठक में संघ के दूसरे नंबर के नेता माने जाने वाले सरकार्यवाह सुरेश राव जोशी (भैयाजी जोशी) के साथ सह सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले और सह सरकार्यवाह डॉक्टर कृष्ण गोयल ने भी हिस्सा लिया । वहां आरएसएस के कुछ अधिकारियों के अलावा संघ से बीजेपी में भेजे गए करीब ६० संगठन मंत्रियों को बुलाया गया था । कार्यक्रम में बीजेपी ने २०१९ के चुनाव में ३०० से अधिक सीटें जीतने का लक्ष्य तय किया है ।
कार्यक्रम में विपक्षी पार्टियों द्वारा किए जा रहे महागठबंधन का भी जिक्र हुआ । उस पर संघ ने कहा कि इसका असर काफी कम जगहों पर देखने को मिलनेवाला है । बता दें कि कार्यक्रम के बाद पीएम मोदी ने संघ और बीजेपी के कुछ नेताओं को अपने आवास पर रात्रि भोज के लिए बुलाया था । इसमें सरकार्यवाह भैयाजी जोशी, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और बीजेपी के राष्ट्रीय संगठन मंत्री रामलाल के अलवा कई अन्य भी शामिल थे । बता दें कि संघ और बीजेपी के संगठन मंत्रियों के बीच यह बैठक हर साल होती है । बैठक में पार्टी और इसके वैचारिक मार्ग निर्देशक के बीच बेहतर एवं प्रभावी समन्वय के लिए एक खाका तैयार किया गया । साल के अंत में विभिन्न राज्यों में विधानसभा चुनाव है और अगले साल लोकसभा चुनाव होना है, ऐसे में हर राज्य से आए पार्टी के संगठन मंत्री ने अपने अपने क्षेत्र में अपने कामकाज के बारे में ब्योरा दिया ।
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