બ્લોગप्रकृति का दूसरा नियम April 5, 20180225 Share00 जिसके पास जो होता है वह वही बांटता है। सुखी “सुख “बांटता है दुःखी “दुःख ” बांटता है ज्ञानी “ज्ञान” बांटता है भ्रमित “भ्रम “बांटता है भयभीत” भय “बांटता हैं