शहर के ठक्करबापानगर क्षेत्र में रहते एक व्यक्ति का शरीर फुल जाने की वजह से मौत हुई है यह घटना सामने आयी है । मृतक के परिवारवालों ने आरोप लगाया है कि शिवरंजनी में स्थित सूर्यम् इमेजिंग सेन्टर की लापरवाही की वजह से मौत हुई है । परिवारवालों ने मेडिलिंक अस्पताल के बाहर बॉडी स्वीकार करने से इन्कार करके हंगामा किया गया । मिली जानकारी के अनुसार, ठक्करबापानगर क्षेत्र में स्थित गोकुल अपार्टमेन्ट में रहते विठ्ठलभाई रादडिया (उम्र.५५) को पिछले तीन दिन से बुखार आ रहे होने से उपचार के लिए श्यामल चार रास्ते के पास मेडिलिंक अस्पताल में आईसी रुम में भर्ती कराया गया था । गत दिन रात को साढ़े नौ बजे के करीब उनका एमआरआई कराने के लिए शिवरंजनी शीतल वर्षा कॉम्प्लेक्स में स्थित सूर्यम् इमेजिंग सेन्टर में ले गये थे । एमआरआई करने के बाद उनको ऑक्सीजन दिया गया था । ऑक्सीजन देने के कुछ समय में विठ्ठलभाई की मौत हो गई थी । विठ्ठलभाई के परिवारवालों का आरोप है कि इमेजिंग सेन्टर की लापरवाही से मौत हुई है । अतिरिक्त ऑक्सीजन दिए जाने पर उनका शरीर फुल गया था और शरीर के सभी अंगों ने काम करना बंद कर दिया था । मेडिलिंक अस्पताल में ले जाते डॉक्टरों ने भी उनको टाल दिया था और बाद में उनकी मौत हुई होने की घोषणा की गई थी । लापरवाही से मौत के आरोप को लेकर परिवारवालों ने मेडिलिंक अस्पताल के बाहर हंगामा किया था ।
मृतक के परिवारवालों ने जहां तक मेडिलिंक अस्पताल और सूर्यम् इमेजिंग सेन्टर के सत्ताधीश कोई स्पष्ट जबाव नहीं देगा तब तक वह बॉडी नहीं स्वीकार करेंगे ऐसा बताया है । फिलहाल में सेटेलाइट पुलिस ने विठ्ठलभाई की मौत के मामले में दुर्घटना से मौत की अर्जी लेकर जांच शुरू की है । मृतक के परिवारवालों की मांग है कि पैनल डॉक्टर द्वारा वीडियोग्राफी से पोस्टमोर्टम किया जाए और लापरवाही को लेकर पुलिस उनकी शिकायत दर्ज करे ।