विद्यार्थियों के भावि के साथ खिलवाड़ करनेवाले ५५०० शिक्षकों को शिक्षा बोर्ड ने उत्तरपुस्तिका की जांच में की गई लापरवाही गलती के कारण सजा के पात्र ठहराया गया है । यह सभी शिक्षकों को कुल २८ लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है । कक्षा-१२ साइंस और कक्षा-१२ सामान्य प्रवाह की बोर्ड की परीक्षा दे चुके हजारों विद्यार्थियों की उत्तरपुस्तिका में जांच के दौरान मार्क की गिनती करने की गलती करनेवाले यह शिक्षकों के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही की गई है । परिणाम जारी होने के बाद शिक्षा बोर्ड जुलाई से नवम्बर के दौरान हियरिंग शुरू किया गया था । जिसमें अहमदाबाद सहित के राज्यभर के जिले के शिक्षकों को सुना गया था । वर्ष २०१७ मार्च में कक्षा-१२ सामान्य और विज्ञान प्रवाह की परीक्षा आयोजित हुई थी । जिसमें साइंस में १,४०,००० और सामान्य प्रवाह में पांच लाख से ज्यादा विद्यार्थियों ने परीक्षा दी थी । करीब २४० मध्यस्थ मूल्यांकन केन्द्रों में उत्तरपुस्तिका का काम शुरू किया गया था । उत्तरपुस्तिका की जांच करने जाते कई शिक्षक जल्दी में पेपर जांच करते होने की वजह से कई गलती देखने को मिली थी । जो रिचेकिंग के दौरान पकड़ी गई थी । बोर्ड की परीक्षा का विद्यार्थियों को मन काफी महत्व होता है । वर्ष के दौरान किए गए अभ्यास का परीक्षा के अगले दिनों में मेहनत करके विद्यार्थी परीक्षा देते है और उसके बाद बोर्ड ने नियुक्त किए गए शिक्षक इसकी जांच करते है । ५५०० शिक्षक उत्तरपुस्तिका की जांच में अपराधी ठहराये गये हैं । इसमें अधिकतर शिक्षकों ने उत्तरपुस्तिका में टोटल की गलती की गई होने का लगा है । कई ने सही जवाबों की तुलना में कम मार्क देने का लगा था । जबकि कई घटनाओं में शिक्षकों ने विभिन्न प्रशनों के मार्क रखने में गलती की गई होने का लगा था । बोर्ड विद्यार्थियों के भावि के साथ खिलवाड़ करनेवाले यह शिक्षकों की गंभीर लापरवाही और नुकसान को ध्यान में लेकर जुर्माना लगाया गया है । भविष्य में इस प्रकार की लापरवाही उसी शिक्षक द्वारा रिपीट होगा तो सस्पेन्शन या डी ग्रेड करने तक के कार्यवाही की जा सकती है ।