अहमदाबाद शहर में अब हलकी ठंडी का अनुभव होने लगा है । ठंडी की शुरुआत धीमी गति से हो रही है । सिजन बदलने के साथ ही बिमारीया भी बढ गई है । पिछले ११ दिन में शहर में मक्खीजनित ऐसी मलेरिया, जहरीली मलेरिया और डेन्ग्यु के कुल मिलाकर सेकडों केस दर्ज किए गए है । जो अहमदाबाद म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन हेल्थ विभाग की विफलता साबित करती है । इस बारे में मिली जानकारी के अनुसार, एक तरफ अहमदाबाद शहर में ठंडी और गरमी का अनुभव हाल के दिनो में हो रहा है । जिसके चलते बच्चें और बड़ी आयु के लोग बिमारीयों के शिकंजे में आ रहे है ।अहमदाबाद शहर में इस महीने में पिछले ११ दिन के अंदर सामान्य मलेरिया के २६० केस दर्ज किए गए है । इसके साथ ही समय सीमा में जहरीली मलेरिया के कुल २४ केस दर्ज किए गए है । अहमदाबाद शहर में चिकनगुनिया यह समय में २ केस दर्ज किए गए है । जबकि इस महीने ११ दिन में एडिस इजीप्ती जिसके फैलने के लिए मुख्य कारण माना जा रहा है ऐसे डेन्ग्यु के कुल मिलाकर ३१ केस दर्ज किए गए है । अहमदाबाद म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन के हेल्थ विभाग की तरफ से अहमदाबाद शहर में मलेरिया की बीमारी को खत्म करने के लिए करोड़ों रुपयों के खर्च से फोगींग मशीन सहित की अन्य साधन सामग्री की खरीदी की गई है । इसके अलावा हररोज एन्टिलार्वा एक्टिवीटी के तहत लाखों लीटर ओइल और स्प्रे का छिंटकाव किए जाते होने का दावा भी म्युनिसिपल हेल्थ मलेरिया विभाग द्वारा अक्सर किया जा रहा है ऐसे समय में जिस अनुसार अहमदाबाद शहर में जिस अनुसार मच्छर आधारित बीमारी के केस की संख्या बढ़ रही है इसे ध्यान में लेते हुए म्युनिसिपल प्रशासन का कामकाज कितने हद तक विफल साबित हुई है इसे महसूस करा रहा है । इसके साथ ही अहमदाबाद शहर में इस वर्ष की शुरूआत से ही देखने को मिली प्रदूषित पानी की समस्या को लेकर अहमदाबाद शहर के विभिन्न हिस्सों में देखने को मिले उल्टी-दस्त के केस अभी भी कायम देखने को मिल रहा है । दुसरी और पानी के कारण भी बिमारीयां फेल रही है । प्रशासन की और से इसी महिने में वस्त्राल वोर्ड में कोलेराका एक केस दर्ज किया गया है । एक्शन प्लान के अंतर्गत अलग अलग पहल की गई है । अलग अलग रोगो को रोक ने के लिए भी कदम उठाए जा रहे है ।