जाने माने पत्रकार विनोद वर्मा को छत्तीसगढ़ पुलिस ने उनके गाजियाबाद के इंदिरापुरम इलाके में स्थित घर से गिरफ्तार किया है । रायपुर पुलिस की एक टीम ने वर्मा को ब्लैकमेलिंग और उगाही के केस में गिरफ्तार किया है । ट्रांजिट रिमांड के लिए रायपुर पुलिस विनोद वर्मा को गाजियाबाद कोर्ट ले गई है । विनोद वर्मा वरिष्ठ पत्रकार है और बीबीसी के लिए काम कर चुके है । फिलहाल वह छत्तीसगढ़ कांग्रेस से जुडे़ हुए है । अपनी गिरफ्तारी के बाद विनोद वर्मा ने बताया कि उनके पास छत्तीसगढ सरकार में मंत्री राजेश मूणत की सेक्स सीडी है इसलिए सरकार उन्हें फंसा रही है । उन्होंने यह भी कहा कि यह सीडी पहले से ही पब्लिक डोमेन में है और उनका इससे कुछ लेना देना नहीं है । दुसरी तरफ छत्तीसगढ के लोक निर्माण मंत्री राजेश मूणत ने विनोद वर्मा के दावों को खारिझ किया है । मूणत ने प्रेस कॉन्फेस कर कहा कि उन्हें सोशल मीडिया के जरिए सीडी के बारे में जानकारी मिली और सीडी पुरी तरह फर्जी है । मंत्री ने कहा कि जिस भी एजेंसी से जांच करानी हो जांच हो जाए, वह जांच के लिए तैयार है । छत्तीसगढ बीजेपी ने पत्रकार विनोद वर्मा पर सवाल उठाते हुए पुछा है कि वर्मा पत्रकार हैं या कांग्रेस एजेंट । जब मूणत से यह पुछा गया कि क्या वह उसी तरह इस्तीफा देंगे जिस तरह दिल्ली सरकार में मंत्री रहे संदीय कुमार ने सेक्स स्कैंडल के बाद इस्तीफा दिया तो उन्होंने कहा कि संदीप कुमार के खिलाफ बीजेपी ने पुख्ता तथ्य रखे थे । मूणत ने छत्तीसगढ कांग्रेस के प्रमुख भूपेश बधेल को चुनौती दी कि दम हो तो वह उनके खिलाफ पुख्ता तथ्य रखें । वर्मा के खिलाफ छत्तीसगढ के पंडरी थाने में आईपीसी की धारा ३८४, ५०६ और आईटी ऐक्ट के तहत मुकदमा दर्ज है, जिसके आधार पर पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया ।