गुजरात विधानसभा के चुनावों को लेकर गुजरात कांग्रेस के नेताओं ने आज से फिर दिल्ली में पहुंचे है । गुरुवार को स्क्रीनींग कमिटी की महत्व की बैठक हुई थी, जिसमें राज्यसभा के सांसद अहमद पटेल, गुजरात के प्रभारी अशोक गहलोत, प्रदेश अध्यक्ष भरतसिंह सोलंकी सहित के नेता उपस्थित हुए थे । बैठक में चुनावलक्षी महत्व के मुद्दे पर विचार-विमर्श किया गया था । विशेष करके उम्मीदवारों की पसंदगी प्रक्रिया को लेकर फिर एक बार बैठकों का दौर चला था । राज्यसभा के चुनाव समय में निष्ठा रखनेवाले कांग्रेस के ४३ विधायकों को रिपीट करने का निर्णय कायम रखकर बाकी के प्रकरण में उम्मीदवारों के नाम पर मुख्य चर्चा की गई थी ।
गुजरात विधानसभा के चुनावों को लेकर कांग्रेस में बैठकों का दौर चल रहा है । गुजरात कांग्रेस के नेताओं भरतसिंह सोलंकी, मोहनसिंह राठवा सहित के नेता दिल्ली में पहुंचे है और स्क्रीनींग कमिटी के अध्यक्ष बालासाहब थोराट की अध्यक्षता में हुई बैठक में उम्मीदवारों के नाम को लेकर महत्व की चर्चा हुई थी । जिसमें आधी विधानसभा सीटों पर के नाम करीब निश्चित किए गए हैं । हालांकि, इसके नाम अधिकृत तरीके से जारी नहीं किया जाएगा और उम्मीदवारों को निजी में कहा जाएगा जिसकी वजह से वह अपने क्षेत्र में चुनावलक्षी कामकाज शुरू कर दे । भाजपा के सामने पाटीदारों का फेक्टर गुजरात की इस बार के चुनावों में ज्यादा महत्व का माना जा रहा है और कांग्रेस इसका लाभ उठाना चाहती है और इसी वजह से आगामी चुनाव में कांग्रेस द्वारा पाटीदारों के कई उम्मीदवारों को टिकट दिए जाए ऐसी संभावना है । कांग्रेस द्वारा हरएक जिले में एक महिला को टिकट आवंटन कराने का भी आयोजन है जिसकी वजह से महिला मतदाताओं को आकर्षित किया जा सकेगा । बैठक में कांग्रेस पार्टी को हुए नुकसान के डेमेज कंट्रोल के लिए भी निश्चित जिम्मेदारी स्थानीय नेताओं को सौंपी गई है । जिसमें राष्ट्रीय नेताओं की भूमिका भी मददगार साबित होंगे । राज्यसभा के चुनाव समय में निष्ठा रखनेवाले कांग्रेस के ४३ विधायकों को रिपीट करने का निर्णय कायम रखा गया था ।