दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री कपिल मिश्रा ने दिल्ली विधानसभा स्पीकर रामनिवास गोयल को सरकार की कठपुतली बताते हुए पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने गोयल पर संवैधानिक पद के दुरुपयोग का आरोप लगाया हैं । कपिल मिश्रा ने लिखा है कि रामनिवास गोयल अपनी नौकरी बचाने के लिये काम कर रहे हैं । इसलिए सत्ता पक्ष के हर नाजायज काम पर मौन हैं । कपिल मिश्रा ने पत्र में लिखा है कि सोमवार को दिल्ली की विधानसभा में जो कुछ हुआ वो संसदीय इतिहास में काले अक्षरों में लिखा जाएगा । हमने देखा कि विधानसभा का अध्यक्ष सत्तापक्ष की न केवल कठपुतली बना हुआ था बल्कि बार-बार हाथ जोड़ रहा था जैसे कोई अपनी नौकरी बचाने के लिए गिड़गिड़ाता हैं । अरविंद केजरीवाल के विधायकों पर निशाना साधते हुए कपिल ने लिखा कि सत्ता पक्ष सदन के वेल में आया हुआ था । पोस्टर्स खोले हुए थे , लेकिन अध्यक्ष एक रटी हुई स्क्रिप्ट पढ़ रहे थे । इस सदन के अध्यक्ष की कुर्सी पर अब तक जितने भी महानुभाव बैठे कल आपने उन सबकी गरिमा को गिराने का काम किया । कपिल ने लिखा इसी सदन में कुछ दिन पहले मैंने सत्येंद्र जैन और केजरीवाल के भष्ट्राचार पर एक बैनर खोला और आपने मुझे आउट करने के लिए ३० सैंकड में मार्शल बुलवाए थे । इसी सदन में केजरीवाल के हवाला घोटाले और एक महिला के सम्मान की बात पर जब मैं वेल में आया था और आपने सभी नियमों का उल्लंघन करते हुए मुझे मार्शल द्वारा निकलवाया था । पत्र में कपिल ने लिखा कि दिल्ली की सरकार के घोटालों पर चर्चा नहीं होने दी गयी । सत्येन्द्र जैन और उनकी पत्नी के भ्रष्टाचार पर चर्चा नहीं होने दी गयी, केजरीवाल के हवाला कांड पर चर्चा नहीं होने दी गयी और कल अमित शाह के बेटे पर सदन में पोस्टर्स खोले जा रहे हैं ।