नेपाल के पीएम शेर बहादुर दउबा के भारत दौरे पर गुरुवार को दोनों देशों के बीच कई अहम समझौते हुए । कुल आठ एमओयू पर हस्ताक्षर हुए ।समझौते के बाद पीएम नरेन्द्र मोदी ने नेपाल और भारत के रिश्तों की बेहतरी के लिए उठाए गए कदमों की जानकारी दी । साथ ही कहा कि दोनों देशों के बीच रिश्ते हिमालय से भी पुराने हैं । अपने संबोधन में मोदी ने हर साल आने वाली बाढ़ की समस्या को दूर करने के लिए साथ में कदम उठाए जाने की बात कही । साथ ही नेपाल में आई बाढ़ के लिए भारत की तरफ से हर मुमकिन मदद करने का भी आश्वासन दिया । मोदी ने यह भी उम्मीद जताई कि नेेपाल में बनने वाला संविधान सभी वर्गों को ध्यान मंे रखकर तैयार होगा । मोदी ने नेपाल को इन्फ्रास्ट्रक्चर और दूसरे क्षेत्रों में दी जा रही मदद का जिक्र करते हुए कहा कि नेपाल के विकास में भारत की अहम भूमिका हैं । पीएम ने नेपाल में बिजली ट्रांसमिशन के क्षेत्र में भारत के सहयोग के बारे में बताया । उन्होंने बताया कि नेपाल में पहले से दी जा रही ३५० मेगावॉट बिजली को १०० मेगावॉट और बढ़ाया जा सकेगा । मोदी ने रक्षा और सामरिक क्षेत्र में सहयोग की बात भी कही । मोदी के मुताबिक दोनों देशों के रक्षा हित एक दूसरे पर निर्भर हैं । खुली सीमाओं का दुरुपयोग रोकने के लिए दोनों देशों की एजेसियों के बीच तालमेल बढ़ाने की बात भी कहीं । पीएम मोदी ने रामायण टूरिजम सर्किट को नेपाल से जोड़ने, नेपाल में चल रहे हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट्स को वक्त पर पूरा करने, पंचेश्वर प्रोजेक्ट की डीपीआर को अंतिम रुप देने की प्रक्रिया में तेजी लाने आदि की बात कहीं । नेपाल में हाईड्रो इलेक्ट्रिसिटी प्रोजेक्ट अरुण ३ के उद्धाटन के लिए न्यौता मिलने पर भी मोदी ने नेपाली समकक्ष को धन्यवाद दिया । पीएम ने कहा कि दोनों देशों के बीच व्यापार और निवेश के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने पर भी सहमति बनी हैं ।