अहमदाबाद शहर में स्थित ऐतिहासिक ऐसे लक्कडिया ब्रिज को दोनों तरफ २८ लाइट से रोनक बढ़ाने के लिए म्युनिसिपल प्रशासन द्वारा आयोजन शुरू किया गया है । इस बारे में मिली जानकारी के अनुसार, गत ८ जुलाई को अहमदाबाद शहर को यूनेस्को द्वारा वैश्विक हेरिटेज सीटी का दर्जा देने के बाद अभी तक में कुल मिलाकर दो बार शहर में आयोजित किया गया हेरिटेज समारोह को स्थगित रखने के लिए म्युनिसिपल प्रशासन को अनिवार्य हो गया है । एक तरफ अहमदाबाद शहर में जुलाई महीने में हुई भारी बारिश और राज्य के बनासकांठा में बाढ़ प्रकोप के बीच दो बार हेरिटेज समारोह को स्थगित रखना म्युनिसिपल प्रशासन को अनिवार्य हो गया था । अहमदाबाद म्युनिसिपल प्रशासन की तरफ से शहर के सबसे पहले और ऐतिहासिक ऐसा लक्कडिया ब्रिज पर २८ लाइट लगाकर इसकी रोनक बढ़ाने के लिए कामकाज शुरू किया गया है । म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन के डेप्युटी चीफ इंजीनियर दीपक सुथार ने एक बातचीत में कहा कि, ८ लाख रुपये के खर्च से पुल के दोनों तरफ के हिस्से में यह लाइट लगाये जायेंगे । इसके लिए ७० वर्ष पुरानी डिजाइन को पसंद किया गया है । हालांकि उनके बताये अनुसार हाल के समय की मांग को पूरा करते हुए यह सभी लाइट एलईडी लगाये जायेंगे । म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन के हेरिटेज विभाग के डिरेक्टर पीके वासुदेवन नायर ने इस मामले में प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि हेरिटेज की देखभाल के अनुसंधान में जो ब्लूप्रिन्ट तैयार की गई है जिसके तहत यह लाइट पुल पर लगायी जायेगी ।ऐतिहासिक लक्कडिया ब्रिज के बीच वर्ष-२०१५ में बारिश से लकडी के पाटिये टूट गये थे जिसे रिपेरिंग करने के लिए तीन वर्ष में अभी तक में तीन बार दरखास्त पेश की गई है फिर भी अभी तक तीन वर्ष पहले टूट गये हिस्से को म्युनिसिपल प्रशासन द्वारा रिपेरिंग नहीं किया गया हैं ।