वहीवटी प्रशासन के सक्रिय प्रयासों की वजह से भारी बारिश और बाढ़ की आपत्ति होने पर भी बनासकांठा जिला में जल्दी से पहले जैसी परिस्थिति का निर्माण हो रहा है । बाढ़ से प्रभावित धानेरा शहर में भी जनजीवन सामान्य हो रहा है । लोगों को प्राथमिक सुविधा के लिए अनिवार्य रूप से जरूरी है ऐसे में रास्ते, पानी, बिजली, स्वास्थ्य सफाई सहित सभी सुविधा जिले में करीब पहले जैसा बना दिया गया है । जिला के सभी गांवों और शहरी क्षेत्रों में १०० फीसदी बिजली आपूर्ति चालू हो गई है । मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने बनासकांठा जिला में पांच दिन ठहरने के दौरान धानेरा शहर की स्थिति का निरीक्षण करके धानेरा को स्वच्छ- सुंदर था इसके भी अच्छा बनाने के लिए प्रशासन को सूचना दी थी । इसके अनुसार बनासकांठा जिला के पूर्व कलेक्टर और फिलहाल सूरत महानगरपालिका के कमिशनर एम. थेन्नारसन के मार्गदर्शन के तहत सूरत के ४६६ सफाई कर्मचारियों ने दिन-रात एक करके धानेरा का सफाई कर दिया है । धानेरा शहर के सभी ७ वोर्ड में १२ सुपरवाइजरों के सुपरविजन में ५१ जेसीबी, ५४ डम्पर, ४० ट्रैक्टर द्वारा कुल १२५५० मैट्रिक टन घन कचरे का निराकरण लाया गया है तथा महामारी नहीं फैले इसके लिए ३०,२६५ कि.ग्रा. लाइमडस्ट का छिटंकाव किया गया है । सूरत नगरपालिका की टीम द्वारा १२ लाख लीटर स्लरी का निराकरण, धानेरा की एपीएमसी में बाढ़ का पानी आ जाने से अनाज खराब हो गया था इसमें से २४२८ टन अनाज का यह सफाई के दौरान निराकरण लाया गया है । समग्र नगर से कुल १२,५५० मैट्रिक टन घन कचरा-कीचड़, दुकानों में बिगड़े मालसामान का भी निराकरण लाया गया है । यह सफाई कामकाज तीन दिन में पूरा करके धानेरा को साफ-सफाई करने की मुख्यमंत्री की प्रतिबद्धता को साकार करने के लिए सूरत महानगरपालिका के यह कर्मचारियों के कामकाज की धानेरा के लोगों ने सराहना की है ।