यूपी में दोबोरा मुख्यमंत्री पद की कमान संभालते ही बुलडोजर बाबा के नाम से प्रसिद्ध योगी आदित्यनाथ प्रत्येक दिन कोई न कोई बड़ा फैसला लेते नजर आ रहे हैं. अब गवर्नमेंट ने यूपी में स्त्रीओं की सुरक्षा के लिए एंटी रोमियो स्कॉवड को फिर से एक्टिव बनाने का फैसला किया है. मुख्यमंत्री योगी ने लखनऊ में महिला सुरक्षा को लेकर हुई मीटिंग के बाद इस दस्ते को तैनात करने का आदेश दिया है. छेड़छाड़ की घटनाओं को रोकने के लिए सभी विद्यालयों और कॉलेजों के बाहर एंटी रोमियो स्कॉवड की तैनाती होगी.
एंटी रोमियो स्कॉवड फिर से एक्टिव
आज से मिशन संदेह्ति 2.0 की आरंभ हो गई है जिसके अनुसार बेटियों की सुरक्षा के लिए सभी विद्यालय और कॉलेज के बाहर एंटी रोमियो स्कॉवड को तैनात किया जाएगा. साथ ही पुलिस की एक टीम मार्केटों और भीड़ वाले इलाकों में पेट्भूमिकािंग करेगी. ताकी मार्केटों में भीड़ का फायदा उठाकर किसी प्रकार की छेड़छाड़ न हो. मुख्यमंत्री योगी ने छेड़छाड़ की घटनाओं में पुलिस को कठोर कदम उठाने की हिदायत दे दी है. पेट्भूमिकािंग के लिए भिन्न-भिन्न टीमें बनाई गई हैं. हर जिले में ये आपको नजर आएंगे.
क्या है ये स्कॉवड?
योगी गवर्नमेंट ने अपने पहले कार्यकाल के दौरान एंटी रोमियो स्क्वॉड्स का गठन 22.03.2017 को किया था. एंटी रोमियो स्क्वॉड्स का गठन स्त्रीओं से छेड़छाड़, अभद्रता, स्त्रीओं और लड़कियों को अश्लील इशारे या फब्तियां कसने पर रोक लगाने के लिए किया गया था. आवश्यकता के हिसाब से जिला पुलिस एंटी रोमियो स्क्वॉड्स में पुलिसकर्मियों की नियुक्ति करती है. नेशनल अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो के डेटा के अनुसार 2017 में जब एंटी रोमियो स्क्वॉड बने थे तो स्त्रीओं के विरूद्ध क्राइम के 153 मुकदमा सामने आए थे. 2019 में ये आंकड़ा बढ़ कर 164 हो गया.
मुख्यमंत्री योगी ने उच्चाधिकारियों के साथ मीटिंग में पुलिस विभाग में 100 दिनों में कम से कम 10,000 पुलिसकर्मियों की भर्ती सुनिश्चित करने के आदेश दिए. इसके बाद गृह विभाग के बयान के मुताबिक यूपी शासन ने पुलिस विभाग की विभिन्न इकाइयों- साइबर अपराध, फोंरेसिक साइंस, सोशल मीडिया, विशेष कार्यबल (एसटीएफ), आतंकवाद रोधी दस्ते (एटीएस)आदि के लिए लगभग 5381 सृजित पदों को भरने की मंजूरी प्रदान की गई है.