शुक्रवार को राज्यसभा में हंगामे पर हंगामा होता रहा । सदन की कार्रवाही कई बार स्थगित की गई । सदन के भीतर गुजरात मंे कांग्रेसी विधायकों के इस्तीफे को लेकर भी जमकर हंगामा हुआ । सदन की कार्यवाही दोबारा शुरु होने के बाद कांग्रेसी नेता आनंद शर्मा और गुलाम नबी आजाद ने यह मुद्दा उठाया । कांग्रेस ने राज्यसभा में गुजरात के विधायकों के इस्तीफे को भाजपा की चाल बताया । गुजरात विधायकों के इस्तीफे का मामला सदन में उठाते हुए कांग्रेस ने कहा कि तीन विधायक इस्तीफा करवाते हैं और उनमें से एक को जो चीफ व्हिप था भाजपा उसको टिकट देती हैं . एक विधायक पीएल पटेल पार्टी की बैठक के बाद दूसरे विधायक के वहां चाय पर दूसरे के घर गया और वहां डीएसपी गया और बोला तुम्हें टिकट नहीं मिलेगा । अब आपकी गुजरात की पुलिस तय करेगी कि कांग्रेस में किसकों टिकट मिलेगा । कांग्रेस का आरोप है कि भाजपा जबरन विधायकों को डराने धमकाने में लगी हैं। इशके जवाब में केन्द्रीय मंत्री पुरुषोत्तम रुपाला ने कहा कि ये राज्य का अदरुनी मामला हैं । गौरतलब है कि गुजरात के राज्यसभा की सीट पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल चुनाव लड रहे हैं । वहीं भाजपा की ओर से तीन सीटों पर अमित शाह, स्मृति ईरानी और कल इस्तीफा दे चुके कांग्रेसी विधायक बलवंत सिंह राजपूत ने नामांकन दाखिल किया हैं। गुजरात कांग्रेस के सचिव राजीव ने कहा कि ८ दिन पहले बापू भी हमारे साथ थे । अब शंकर बापू जाएगे तो २,४ विधायक भी साथ जाएगे । विधायक कम ज्यादा होगे लेकिन जिस प्रकार का समर्थन अहमद भाई को मिल रहा हैं मुझे लगता है कि भाजपा की दो ओफिशियल कैंडिडेट से भी ज्यादा वोट अहमद भाई को मिलेगे।
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