बैंकिंग, फाइनेंस, मेटल और ऑटोमोबाइल कंपनियों के शेयरों में जबरदस्त लिवाली से घरेलू शेयर बाजार मंगलवार को बढ़त के साथ बंद हुए। BSE का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 503.55 अंक यानी 1.27 फीसद चढ़कर 40,261.13 अंक के स्तर पर बंद हुआ। इसी तरह NSE Nifty 144.30 अंक यानी 1.24 फीसद चढ़कर 11,813.50 अंक के स्तर पर बंद हुआ। सेक्टोरल इंडेक्स की बात की जाए तो एनर्जी को छोड़कर बाकी सभी सेक्टर हरे निशान के साथ बंद हुए। इनमें सबसे ज्यादा तेजी बैंक, मेटल और फार्मा सेक्टर में देखने को मिली।
सेंसेक्स पर आईसीआईसीआई बैंक के शेयरों में सबसे ज्यादा 6.51 फीसद का उछाल देखने को मिला। इसके अलावा भारतीय स्टेट बैंक के शेयरों में 4.46 फीसद, पावरग्रिड के स्टॉक में 4.02 फीसद, एचडीएफसी के शेयर में 3.90 फीसद, सन फार्मा के शेयर में 3.39 फीसद, इंडसइंड बैंक के शेयर में 2.93 फीसद, टाइटन के शेयर में 2.75 और बजाज ऑटो के शेयर में 2.70 फीसद की बढ़त देखने को मिली। इनके अलावा एचडीएफसी बैंक, बजाज फाइनेंस, लार्सन एंड टुब्रो, आईटीसी, एक्सिस बैंक, टीसीएस, टाटा स्टील, ओएनजीसी, कोटक बैंक, बजाज फिनजर्व, मारुति, महिंद्रा एंड महिंद्रा और अल्ट्रा टेक सीमेंट के शेयर हरे निशान के साथ बंद हुए।
शेयरों में जबरदस्त गिरावट से कंपनी के बाजार पूंजीकरण में एक लाख करोड़ रुपये की कमी देखने को मिली। दूसरी ओर एनटीपीसी, रिलायंस इंडस्ट्रीज, नेस्ले इंडिया, एचसीएल टेक और इन्फोसिस के शेयरों में गिरावट का रुख देखने को मिला। कारोबारियों के मुताबिक अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव से पहले वैश्विक बाजारों में सकारात्मक रुख से घरेलू शेयर बाजारों को मजबूती मिली।
अन्य एशियाई बाजारों की बात की जाए तो शंघाई, हांगकांग, सिओल और टोक्यो में शेयर बाजार उल्लेखनीय बढ़त के साथ बंद हुए। यूरोपीय बाजारों में भी शुरुआती कारोबार में काफी अधिक बढ़त देखने को मिल रही है। रिलायंस सिक्योरिटीज में इंस्टीट्युशनल बिजनेस विभाग के प्रमुख अर्जुन यश महाजन ने कहा, ”चुनाव से एक दिन पूर्व वॉल स्ट्रीट में रिकवरी देखने को मिली। इसकी वजह यह है कि हालिया सर्वेक्षण में जो बिडन, डोनाल्ड ट्रंप से आगे निकलते नजर आ रहे हैं।” विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 74.41 के स्तर पर सपाट रहा।