गुजरात मॉडल की चर्चा पूरे विश्व में है लेकिन पुलिस की एक हालिया रिपोर्ट राज्य में महिलाओं की स्थिति से पर्दा उठाती है जो कि बेहद दयनीय है । गुजरात और खासकर अहमदाबाद में महिलाओं की स्थिति दिन-ब-दिन बदतर होती जा रही है । राज्य पुलिस की २०१७ की एक रिपोर्ट के मुताबिक पिछले साल गुजरात में प्रत्येक हफ्ते ९ महिलाओं के साथ बलात्कार के मामले दर्ज हुए जिनमें से एक मामला अहमदाबाद से होता था । गुजरात डीजीपी के आंकड़ो के मुताबिक पिछले कुछ वर्षो से राज्य में महिलाओं के खिलाफ अपराध बढ़े है जिसमें बलात्कार के अलावा छेड़छाड़, दहेज के लिए हत्या और प्रताड़ित किए जाने के मामले शामिल हैं । इन आंकड़ो के तहत गुजरात में हर दिन १४ महिलाएं किसी न किसी तरह के अपराध का शिकार होती हैं । इनमें भी प्रतिदिन ६ महिलाएं बलात्कार का शिकार होती है । वहीं अहमदाबाद में प्रत्येक दूसरे दिन एक छेड़छाड़ का मामला और प्रत्येक छठे दिन में एक बलात्कार का मामला सामने आता है । महिलाओं के खिलाफ अपराध में सबसे ज्यादा बढ़ोतरी दहेज मामलों में हुई है । इसमें २०१६ में जहां दहेज उत्पीड़न के ८६ मामले दर्ज हुए थे वहीं २०१७ में यह आंकड़ा बढ़कर ६५६ हो गया था । इसमें भी अहमदाबाद में मामले २०१६ से शून्य से बढ़कर १३३ तक हो गए । वहीं दहेज हत्या के मामले में कुछ कमी आई । इसमें २०१६ मामलों में २०१७ में १२१ मामले सामने आए । वहीं यौन उत्पीड़न के मामले भी घटकर ४३ से ३४ हो गए । सीआईडी क्राइम के अडिशनल डीजीपी अनिल प्रथम ने इस मामले में कहा, हमने महिलाओं के खिलाफ अपराध रोकने के लिए १८१ हेल्पलाइन नंबर से लेकर फ्रेंड्स ऑफ वुमन एंड चाइल्ड नाम से प्रोग्राम आयोजित कराए । इसमें महिलाएं मुसीबत के समय कहां-कहां मदद ले सकती है इस बारे में बताकर उन्हें जागरूत किया जाता है । हॉर्मोनल बदलाव शुरु होने पर इस तरह की शिक्षा जरूरी है ।
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