सिक्किम क्षेत्र में डोकलाम में भारत के साथ सैन्य तनातनी के बीच चीन दबाव बनाने के लिए मनोवैज्ञानिक गेम खेल रहा हैं । इसके लिए चीन सैन्य अभ्यास के पुराने वीडियो जारी कर रहा हैं तो मीडिया के जरिये भी गेम प्लान कर रहा हैं । हालांकि स्थिति ये हैं कि भारत चीन सीमा के नजदीक सैनिकों की तैनाती में ज्यादा बढ़ोतरी नहीं हुई हैं और तिब्बत क्षेत्र में हाल में इसके सैन्य अभ्यास को दोनों देशों की सेनाओं के बीच डोकलाम क्षेत्र में वर्तमान गतिरोध से जोड़कर नहीं देखना चाहिए । सरकार के उच्च पदस्थ सूत्रो ने कहा कि यह अभ्यास चीन की तरफ से नियमित अभ्यास का हिस्सा था और वेस्टर्न थियेटर कमान ने गतिरोध को देखते हुए सेना की तैनाती में ऐसी बड़ी बढ़ोतरी नहीं की है जिससे कि भारत को खतरा महसूस हो । अगर डोकलाम में युद्ध की स्थिति बनती हैं तो चीन को यह महंगा पड़ेगा । यहां भारत के एक सैनिक के मुकाबले चीन को ९ सैनिक खड़े करने होंगे । डोकलाम में भारत की स्थिति बेहद मजबूत हैं । जहां तक जवानों की संख्या की बात हैं तो भारत के पास इस इलाके में चीन से ज्यादा सैनिक हैं । २००९ से ही चीन लगातार तिब्बत में मिलिट्री अभ्यास करता रहा हैं, ताकि इंफ्रास्ट्रक्चर को बढ़ाया जा सके । इसके साथ ही भारत सांगपो इलाके में भी स्थिति पर नजर रखे हुए हैं । सांगपो इलाका अरुणाचल प्रदेश में माउंट कैलाश के विपरीत पड़ता हैं जो ब्रह्मपुत्र नदी से लगा हुआ हैं । चीन ने यहां ११ पुल बना रखे हैं । भारत के लिए यहां २५० किलोमीटर लंबी सीमा पर सुरक्षा स्थितियां चिता की वजह हैं । हालांकि इस इलाके में चीन ने किसी तरह की कोई हरकत नहीं की हैं ।
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