दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली पुलिस द्वारा ‘टूलकिट’ मामले की जांच में 22 वर्षीय जलवायु कार्यकर्ता दिशा रवि की गिरफ्तारी की निंदा की। उन्होंने साेमवार को ट्वीट कर लिखा कि 21 साल की दिशा रवि की गिरफ्तारी लोकतंत्र पर बड़ा हमला है। हमारे किसानों का समर्थन करना कोई अपराध नहीं है। बेंगलुरु से गिरफ्तार हुईं दिशा रवि फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं। किसानों के प्रदर्शन से जुड़ी ‘टूलकिट’ सोशल मीडिया पर साझा करने में संलिप्तता के आरोप में दिशा रवि को बेंगलुरू से गिरफ्तार किया गया था । पुलिस ने आरोप लगाया कि भारत के खिलाफ वैमनस्य फैलाने के लिए रवि और अन्य ने खालिस्तान-समर्थक समूह ‘पोएटिक जस्टिस फाउंडेशन’ के साथ साठगांठ की। दावा है कि ग्रेटा थनबर्ग के साथ टूलकिट साझा करने वालों में से रवि भी एक थीं। रवि को पूछताछ के लिए उनके घर से हिरासत में लिया गया और बाद में ‘टूलकिट’ बनाने एवं उसके प्रसार में संलिप्तता के आरोप में गिरफ्तार किया गया।
रवि बेंगलुरु के एक निजी कॉलेज से बीबीए की डिग्री धारक हैं और वह ‘फ्राइडेज फॉर फ्यूचर इंडिया’ नामक संगठन की संस्थापक सदस्य भी हैं। रवि का लैपटॉप और मोबाइल फोन आगे की जांच के लिए जब्त किया गया है। साथ ही पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि क्या वह और भी लोगों के संपर्क में थी, जो इस मामले में संलिप्त हैं। सुनवाई के दौरान रवि अदालत कक्ष में रो पड़ीं और न्यायाधीश से कहा कि उन्होंने केवल दो लाइनें ही संपादित की थीं और वह किसान आंदोलन का समर्थन करना चाहती थीं।
दिल्ली पुलिस का दावा है कि रवि ने टूलकिट दस्तावेज को संपादित किया है और वह दस्तावेज तैयार करने एवं उसका प्रसार करने की मुख्य साजिशकर्ता है। रवि ने व्हाट्सऐप ग्रुप बनाया और टूलकिट तैयार करने के लिए साठगांठ की। उन्होंने इनके साथ मिलकर टूलकिट का मसौदा तैयार किया।” साथ ही आरोप है कि दिशा, ग्रेटा थनबर्ग के साथ टूलकिट साझा करने वालों में शामिल थी। बाद में, गलती से इसका ब्योरा सार्वजनिक होने के चलते उन्होंने थनबर्ग को मुख्य दस्तावेज हटाने को कहा।
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