ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीसीजीआई) ने सीरम इंस्टीट्यूट की वैक्सीन कोविशील्ड और भारत बायोटेक की वैक्सीन कोवैक्सीन के आपातकाल इस्तेमाल की अंतिम मंजूरी दे दी है। डीसीजीआई की ओर से भारत बायोटेक की वैक्सीन कोवैक्सीन को मंजूरी देने को लेकर कांग्रेस नेता शशि थरूर ने सवाल खड़े किए हैं, जिसके जवाब में ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया ने स्पष्टीकरण दे दिया है।
कांग्रेस नेता शशि थरूर ने ट्वीट करते हुए कहा, ‘भारत बायोटेक की कोवैक्सीन के तीसरे चरण का परीक्षण अभी तक नहीं हुआ है। कोवैक्सीन को समय से पहले मंजूरी देना खतरनाक हो सकता है। डॉ हर्षवर्धन इस संबंध में स्पष्टीकरण दें। कोरोना वैक्सीन का ट्रायल पूरा होने तक इसके उपयोग से बचा जाना चाहिए। भारत को इस दौरान एस्ट्राजेनेका वैक्सीन का इस्तेमाल करना चाहिए’।
वहीं भारत बायोटेक की वैक्सीन को लेकर उठ रहे सवालों पर डीसीजीआई को भी स्पष्टीकरण देना पड़ा है। डीसीजीआई की ओर से कहा गया कि जब तक इस वैक्सीन का इस्तेमाल करने वाला लाभार्थी वैक्सीन की जानकारी होने के बाद सहमति पर हस्ताक्षर नहीं करेगा तब तक भारत बायोटेक के टीके को मंजूरी नहीं दी जाएगी। वैक्सीन जब तक अपना ट्रायल पूरा नहीं कर लेती तब तक इसे पूरी तरह से मंजूरी नहीं दी जाएगी।
डीसीजीआई वीजी सोमानी ने मीडिया से कहा, अगर किसी भी चीज में जरा सी भी खामी होगी तो हम उसे अनुमति नहीं देंगे। वैक्सीन 110 फीसदी सुरक्षित हैं। इसके कुछ सामान्य साइड इफेक्ट हैं। जैसे हल्का बुखार, दर्द और एलर्जी। इससे नपुंसकता होने की बात बिलकुल गलत है’।
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