राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव एक बार फिर बिहार की राजनीति में चर्चा का विषय बन गए हैं। दरअसल लालू के चर्चा का विषय बनने का कारण एक फोन कॉल है जिसमें कथित तौर पर लालू द्वारा एक भाजपा विधायक को फोन किए जाने की बात सामने आई है। दरअसल विधानसभा चुनाव 2020 में भागलपुर की पीरपैंती सीट से चुनकर आए ललन पासवान का दावा है कि उन्होंने लालू प्रसाद के उस प्रस्ताव को ठुकराया है जिसमें लालू प्रसाद ने उन्हें राजद का साथ देने की बात कही थी।
पीरपैंती के विधायक ललन पासवान के मुताबिक उन्हें जेल में बंद लालू प्रसाद यादव का फोन आया था जिसमें कहा गया था कि कल के स्पीकर के चुनाव में वह महागठबंधन का साथ दें और इसके बदले में उन्हें राजद की तरफ से आगे बढ़ाने का काम किया जाएगा। भाजपा के विधायक का दावा है कि लालू प्रसाद ने उनको फोन करके यह सारी बातें कहीं हैं। जब ललन पासवान ने लालू से खुद के भाजपा का सदस्य होने की बात कही तो लालू ने उनसे कोरोना का बहाना बनाकर सदन में न आने की बात कही। लालू के इस फोन कॉल को लेकर बिहार में राजनीति तेज हो गई है। ललन पासवान ने कहा, लालू प्रसाद का फोन उस वक्त आया था जब मैं खुद बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी के आवास पर बैठा था। इसी दौरान लालू प्रसाद ने फोन करके मुझे एक ऑफर दिया था। ललन से जब ये पूछा गया कि क्या वो इसकी जांच की मांग करेंगे तो उन्होंने कहा, इसको लेकर मैंने पार्टी के बड़े नेताओं को जानकारी दी है। मालूम हो कि ललन से पहले बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने भी लालू प्रसाद पर जेल में फोन उपयोग करने का आरोप लगाते हुए एक नंबर जारी किया था।
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