बिहार चुनाव में एनडीए की वापसी पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राज्य प्रभारी देवेंद्र फडणवीस ने कहा, गरीबों की मदद से राज्य में सरकार दोबारा लौटी। महाराष्ट्र के पूर्व सीएम ने कहा, ‘बिहार में एंटी इनकंबेंसी के साथ प्रो इनकंबेंसी भी थी। लॉकडाउन में पीएम नरेंद्र मोदी ने जो गरीबों की मदद की उससे लोग एनडीए के साथ थे और उन्होंने हमें चुना’।
फडणवीस ने कहा, ‘जब रात भर मतों की गिनती के समय सीटें ऊपर नीचे हो रही थी तो तनाव भी बहुत था। जब सीटें आगे पीछे हो रही थीं तो मन में शंका थी, कहीं कर्नाटक या मध्य प्रदेश जैसा ना हो लेकिन इतना भरोसा था कि लोगों ने जिस तरीके से हमे प्यार दिया है हम चुनाव जीतेंगे’।
राजद की हार पर फडणवीस ने कहा, तेजस्वी ने बिहार में स्ट्रैटजिक फाइट दी। उन्होंने पोस्टर से लालू जी की फोटो हटा दी। अपने आप को युवा नेता के तौर पर प्रोजेक्ट करने की कोशिश की, एक बड़ा गठबंधन बनाया, लेकिन उनके पार्टी की हिस्ट्री लोग भूले नही थे इसलिए उन्हें सफलता नहीं मिली।
फडणवीस ने कहा, बिहार में शराब को मुद्दा बनाने की कोशिश की गई , लेकिन शराब बंदी के कारण महिलाओ में संतोष था। कुछ परिवार के लोग जिनके लोग जेल में गए उनमें असंतोष था लेकिन ज्यादातर परिवार इससे खुश थे इसलिए हमें फायदा हुआ।
शिवसेना के प्रत्याशियों और रणनीति पर फडणवीस ने कहा, ‘शिवसेना की हालत ऐसी है कि वो चित भी हो गए तो उंगली ऊपर रहेगी। शिवसेना ने बड़े-बड़े दावे किए थे कि 50 सीटों पर लड़ेंगे। सारे नेता जाएगे लेकिन जितनी सीटों पर लड़े नोटा से भी कम वोट लेकर आए। एक भी सीट पर जमानत नहीं बचा पाए, खुद आत्म चिंतन करे और दूसरे को सिखाने की बजाय खुद सीखे’।
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