जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने एकबार फिर एक विवादित बयान दिया है। महबूबा मुफ्ती ने कहा, जब नौकरी नहीं होगी तो यहां के लड़के बंदूक ही उठाएंगे। राज्य में खिसकती सियासी जमीन पर अपनी बौखलाहट दिखाते हुए महबूबा मुफ्ती ने कहा, 370 हटाने के बाद बीजेपी की मंशा जम्मू-कश्मीर की जमीन और नौकरी छीनने की है।
मुफ्ती ने कहा, घाटी में युवाओं को रोजगार नहीं मिला है। इसलिए अब उनके सामने हथियार उठाने के अलावा कोई ऑप्शन नहीं है। आतंकी कैंप में ऐसे लोगों की भर्तियां बढ़ने लगी हैं। मुफ्ती ने कहा, ‘डोगरा संस्कृति को बचने के लिए 370 था। कहीं डोगरा संस्कृति ही लुप्त न हो जाए। चाहे मुल्क का झंडा हो या जम्मू कश्मीर का झंडो हो। वह हमें संविधान ने दिया था। इन्होंने हमसे वह झंडा छीन लिया’।
महबूबा मुफ्ती ने बिहार में उभरकर आए तेजस्वी यादव को बधाई भी दी है। इस दौरान उन्होंने डोनाल्ड ट्रंप और मोदी सरकार पर निशाना साधा। मुफ्ती ने कहा, “मैं तेजस्वी को बधाई देना चाहूंगी कि इतना छोटा होने के बावजूद, विपक्ष में होने पर उसने नेरेटिव सेट किया रोटी, कपड़ा, रोजी, मकान और इनकी 370, 35ए, जमीन खरीदो नहीं चला… आज इनका वक्त है, कल हम सबका वक्त आएगा और वही होगा जो ट्रंप के साथ हुआ है।”
इससे पहले मुफ्ती ने जो बाइडेन के अमेरिका का राष्ट्रपति और भारतीय मूल की कमला हैरिस के उपराष्ट्रपति निर्वाचित होने पर उन्हें बधाई दी थी।
महबूबा मुफ्ती ने पाकिस्तान के साथ रिश्ते सुधारने पर जोर देते हुए कहा, सीमा विवाद को लेकर भारत चीन से बात कर सकता है तो पाकिस्तान से कश्मीर समस्या के हल के लिए बात क्यों नहीं हो सकती। मोदी सरकार पर दोहरे मापदंड अपनाने का आरोप लगाते हुए महबूबा ने कहा कि चीन ने हमारे बीस जवानों को शहीद कर दिया लेकिन सरकार ने कुछ नहीं किया। चीन के साथ बातचीत कर रहें है तो फिर पाकिस्तान के साथ बातचीत क्यों नहीं हो सकती।
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