ऊर्जा मंत्री श्री सौरभभाई पटेल ने कहा कि राज्य में बिजली का उपभोग करने वाले बिजली उपभोक्ताओं को सस्ती दरों पर बिजली मुहैया कराने और बिजली उत्पादन खर्च का भार ग्राहकों पर न पड़े उसके लिए मुख्यमंत्री श्री विजय रूपाणी के नेतृत्व वाली राज्य सरकार ने ग्राहकों के हित में अनेक निर्णय किए हैं। ताजा निर्णय के अनुसार राज्य सरकार के स्वामित्व वाली बिजली कंपनियों द्वारा ग्राहकों से वसूल किए जाने वाले फ्यूल सरचार्ज में प्रति यूनिट 19 पैसे की कटौती करने का फैसला किया गया है। राज्य सरकार के इस निर्णय के चलते राज्य के लगभग 1.40 करोड़ से अधिक उपभोक्ताओं को तीन महीने के हिसाब से 356 करोड़ रुपए की राहत का फायदा मिलेगा।
श्री पटेल ने कहा कि बिजली उपभोक्ताओं से बिजली बिल में एनर्जी चार्ज के अलावा फ्यूल सरचार्ज लिया जाता है। फ्यूल सरचार्ज की वसूली गुजरात विद्युत नियामक आयोग (जर्क) की ओर से तय फॉर्मूले के आधार पर की जाती है। पिछली तिमाही यानी जुलाई-2020 से सितंबर-2020 की अवधि के दौरान गुजरात ऊर्जा विकास निगम लिमिटेड के अधीन आने वाली चारों बिजली वितरण कंपनियों ने प्रति यूनिट 2.00 रुपए की दर से फ्यूल सरचार्ज वसूल किया था। उसके समक्ष अक्टूबर-2020 से दिसंबर-2020 की तिमाही के दौरान फ्यूल सरचार्ज प्रति यूनिट 1.81 रुपए की दर से वसूला जाएगा। इस तरह गत तिमाही की तुलना में इस तिमाही में फ्यूल सरचार्ज में प्रति यूनिट 19 पैसे की कटौती की गई है। यह कटौती मुख्य रूप से अंतरराष्ट्रीय बाजार में सस्ते कोयले और सस्ती गैस की उपलब्धता के कारण हुई है। इस कटौती के परिणामस्वरूप बिजली उपभोक्ताओं को 356 करोड़ रुपए की राहत मिलेगी।
ऊर्जा मंत्री ने कहा फ्यूल सरचार्ज में कटौती की वजह यह है कि इस तिमाही के दौरान राज्य सरकार ने उपभोक्ताओं के हित में सस्ती दरों पर गैस की खरीदी की है और गैस आधारित बिजली उत्पादन किया है। इसके कारण बिजली उत्पादन का खर्च कम हुआ है, जिसका सीधा लाभ बिजली उपभोक्ताओं को देने का राज्य सरकार ने निर्णय किया है।
श्री पटेल ने कहा कि राज्य के लगभग 1.40 करोड़ से अधिक बिजली उपभोक्ताओं को सीधे तौर पर यह लाभ मिलने से उन्हें बिजली बिल में राहत मिलेगी और बिल कम आएगा।