कृषि मंत्री श्री आर.सी. फल्दु ने कहा है कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के किसान हितकारी अनेक निर्णयों के अंतर्गत समर्थन मूल्य पर कृषि उत्पादों के खरीद मूल्य में भी निरंतर बढ़ोतरी करते हुए खरीद प्रक्रिया शुरू की गई है। राज्य में मूंगफली के अलावा धान, मक्का, बाजरा, मूंग, उड़द और सोयाबीन की भी समर्थन मूल्य पर खरीदी की जाएगी।
बुधवार को मुख्यमंत्री श्री विजय रूपाणी की अध्यक्षता में हुई राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में खेत उत्पादों की समर्थन मूल्य पर खरीद को लेकर विस्तृत चर्चा के बाद लिए गए निर्णयों की जानकारी देते हुए श्री फल्दु ने कहा कि केंद्र सरकार की ओर से सभी राज्यों में किसानों के कृषि उत्पाद की समर्थन मूल्य पर खरीदी की जाती है। जिसके अनुसार खरीफ फसलों के तहत मूंगफली की खरीद के लिए 13,66,000 मीट्रिक टन खरीदने का प्रस्ताव दिया था। राज्य में धान की समर्थन मूल्य पर खरीद 1868 रुपए प्रति क्विंटल के मूल्य पर, मक्का 1850 रुपए, बाजरा 2150 रुपए, मूंग 7196 रुपए, उड़द 6000 रुपए और सोयाबीन 3880 रुपए प्रति क्विंटल के मूल्य पर खरीदी की जाएगी।
आगामी दिनों में इस खरीद के लिए सहकारी एजेंसी भारतीय राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन संघ मर्यादित (नैफेड) के साथ समन्वय स्थापित कर गुजरात खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति निगम की ओर से एक पूरा कार्यक्रम बनाकर खरीद प्रक्रिया शुरू की जाएगी। उन्होंने कहा कि चालू वर्ष में राज्य में भारी बरसात के कारण जिन किसानों को नुकसान उठाना पड़ा है, उसके लिए मुख्यमंत्री ने 3700 करोड़ रुपए के आर्थिक पैकेज की घोषणा की है और सहायता का वितरण भी शुरू कर दिया गया है।
खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री श्री जयेशभाई रादड़िया ने धान, मक्का, बाजरा, मूंग, उड़द और सोयाबीन की समर्थन मूल्य पर खरीद के कार्यक्रम की जानकारी देते हुए कहा कि राज्य में धान के लिए 92 खरीद केंद्र, मक्का के लिए 61 केंद्र, बाजरा के लिए 57 केंद्र, मूंग के लिए 71 केंद्र, उड़द के लिए 80 केंद्र और सोयाबीन के लिए 60 खरीद केंद्र कार्यरत कर खरीद प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
श्री रादड़िया ने कहा कि धान, मक्का और बाजरा के लिए ऑनलाइन पंजीयन प्रक्रिया 1 अक्टूबर, 2020 से शुरू कर दी गई है जो 29 अक्टूबर, 2020 तक जारी रहेगी। किसान मार्केटिंग यार्ड के केंद्रों पर पंजीयन करा सकते हैं। खरीद प्रक्रिया 16 अक्टूबर, 2020 से 31 दिसंबर, 2020 तक चलेगी। वहीं, मूंग, उड़द और सोयाबीन के लिए ऑनलाइन पंजीयन की प्रक्रिया 12 अक्टूबर, 2020 से शुरू होगी और 31 अक्टूबर, 2020 तक ग्रामीण स्तर पर चलेगी तथा उसकी खरीद प्रक्रिया 2 नवंबर, 2020 से 30 जनवरी, 2021 तक चलेगी।
उन्होंने कहा कि पंजीयन के लिए किसान को आधार कार्ड की प्रतिलिपि या आधार पंजीकरण संख्या और उसका प्रमाण, अद्यतन 7-12, 8-अ दस्तावेज की प्रतिलिपि, फॉर्म 12 में फसल बुवाई की एंट्री न हुई हो तो फसल की बुवाई के संबंध में पटवारी के हस्ताक्षर और सील युक्त दस्तावेज, किसान के नाम पर आईएफएससी कोड सहित बैंक एकाउंट की जानकारी के लिए बैंक पासबुक की प्रतिलिपि या कैंसल चेक की प्रतिलिपि सहित आवश्यक प्रमाण साथ रखना होगा। किसानों को चाहिए कि वे अपनी उपज को साफ कर और छलनी में छानकर तथा उपज में आर्द्रता की मात्रा तय मापदंडों के मुताबिक हो इसके लिए आवश्यकता पड़े तो धूप में सुखाकर खरीद केंद्र लाएं जिससे किसान की फसल खारिज न हो।
राज्य में अब तक मूंगफली की समर्थन मूल्य पर खरीद के लिए 2.80 लाख किसानों ने पंजीयन करा लिया है। यह प्रक्रिया आगामी 20 अक्टूबर तक जारी रहेगी। मूंगफली की बुवाई करने वाले सभी किसान अपनी पंजीयन करवा सकें इसके लिए मुख्यमंत्री की ओर से लगातार निगरानी और मार्गदर्शन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि एक भी किसान छूट न जाए।
गुजरात राज्य खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति निगम की जानकारी के अनुसार पंजीकरण को लेकर कोई दिक्कत हो तो हेल्पलाइन नंबर 8511171718 तथा 8511171719 पर संपर्क किया जा सकता है।