चयन समिति के अध्यक्ष एमएसके प्रसाद ने कहा कि सीमित ओवरों के प्रारूप में श्रेयस अय्यर ने पिछले दो साल में अपने खेल में जो सुधार किया है उससे वह भारतीय क्रिकेट टीम की चौथे क्रम की परेशानी को दूर कर सकते हैं। अय्यर ने नवंबर 2017 में न्यू जीलैंड के खिलाफ टी20 अंतरराष्ट्रीय में पदार्पण करने के बाद श्रीलंका के खिलाफ घरेलू मैदान में लगातार दो अर्धशतकीय पारियां खेली थी। 24 साल के इस खिलाड़ी ने इसके बाद दक्षिण अफ्रीका में तीन वनडे खेले लेकिन दो महीने बाद उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया।
विश्व कप में भारतीय टीम का अभियान खत्म होने के बाद उन्हें इस साल अगस्त में वेस्ट इंडीज के खिलाफ एकदिवसीय सीरीज के लिए फिर से चुना गया। प्रसाद ने कहा, अगर आपको याद हो तो हमने अय्यर को 18 महीने पहले (जब कोहली को विश्राम दिया गया था) एकदिवसीय टीम में शामिल किया था और उन्होंने अच्छा प्रदर्शन किया है। दुर्भाग्य से हम उन्हें टीम में बरकरार नहीं रख सके। अय्यर ने हालांकि अपने खेल में काफी सुधार किया है, जिससे एकदिवसीय और टी20 टीमों में चौथे क्रम की परेशानी से टीम को उबार सकते हैं। घरेलू प्रतियोगितओं में मुंबई का प्रतिनिधित्व करने वाले इस बल्लेबाज घरेलू और भारत ए टीम के लिए रनों का अंबार लगाया और सीनियर टीम में जगह नहीं मिलने पर निराशा भी जताई। वह हालांकि वेस्ट इंडीज दौरे के बाद से टीम के नियमित सदस्य है।
प्रसाद के नेतृत्व वाली चयन समिति ने 2016 में अपना कार्यकाल शुरू किया था जो अब खत्म होने वाला है। प्रसाद ने कहा कि विश्व कप के तैयारियों के तहत अय्यर को मौका नहीं मिलना दुर्भाग्यपूर्ण था। प्रसाद से जब भारतीय टेस्ट टीम के आक्रमण के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, चयनसमिति का मुख्य काम सही प्रतिभा को खोज कर उन्हें एक व्यवस्थित प्रक्रिया के माध्यम से तैयार करना के बाद सही समय पर सीनियर टीम के साथ जोड़ना है। इसके बाद हमें अच्छा प्रदर्शन के लिए उनका साथ देना होता है।
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