देश का सबसे बड़ा बैंक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) 3 एनपीए खातों को नीलाम करेगा। बैंक इस नीलामी के जरिए 700 करोड़ रुपए से अधिक के बकाए की वसूली करेगा। एसबीआई की योजना के अनुसार, महीने के दौरान तीन नीलामी की जाएगी, जिनमें बकाए की कुल राशि 700.34 करोड़ रुपए है।
लुधियाना स्थित रीजेंसी एक्वा इलेक्ट्रो एंड होटल रिसॉर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड और कोलकाता स्थित लवली इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड की नीलामी 18 नवंबर हो होगी, जबकि संकल्प इंजीनियरिंग एंड प्राइवेट लिमिटेड और आंजनेय राइस मिल प्राइवेट लिमिटेड व अन्य का ई-ऑक्शन 29 नवंबर को किया जाएगा। वहीं, सात नवंबर को भोपाल स्थित भाटिया ग्लोबल ट्रेडिंग लिमिटेड का ई-ऑक्शन होगा जिसके पास 177 करोड़ रुपए बकाया है। इसके अलावा अन्य कई संपत्तियों की उस दिन नीलामी होगी।
वित्तीय परिसंपत्तियों की बिक्री के मामले में बैंक की संशोधित नीति के अनुसार, एसबीआई ने बिक्री वाले खाते एआरसी/बैंक/एनबीएफसी/एफआई के पास दी हुई शर्तों के तहत पेश किए हैं। इन सभी खातों की नीलामी मौजूदा स्विस चैलेंज विधि के अनुसार होगी, जिसमें सबसे ज्यादा बोली लगाने का अधिकार होगा। जब बैंक किसी को लोन देता है और वह बैंक को कुछ समय बाद उस लोन पर ब्याज देना और फिर किश्तें देना बंद कर देता है तो बैंक उसे एक निश्चित समय सीमा के बाद एनपीए घोषित कर देता है। साधारण भाषा में कहें तो बैंक का यह पैसा एक तरह से उसके पास से दूर चला जाता है और बैंक के पास उस पैसे का कोई लाभ नहीं मिलता है। नियमानुसार किसी भी लोन की किश्त, मूलधन और ब्याज अगर 90 दिन से अधिक तक बैंक को नहीं मिलता है तो उसे एनपीए में डाल दिया जाता है।
પાછલી પોસ્ટ
આગળની પોસ્ટ