राधनपुर सीट से करारी हार मिलने के बाद भाजपा के अल्पेश ठाकोर ने काफी निराशा और हिम्मत हार गये चेहरे पर लग रहा था कि, आज के परिणाम मेरी हार का स्वाद मैं कबूल करता हूं । ठाकोर समाज के लोगों ने काफी ज्यादा मत दिया इसके लिए मैं आभारी हूं । इस चुनाव में सामने आयी जातिवाद की राजनीति और लोगों को बहकाने की राजनीति खतरारूप है । ठाकोर समाज संवेदनशील, भावनाशील समाज है, यह समाज ने मुझे काफी प्रेम दिया है । समाज की सुरक्षा और अधिकार के लिए जहां लड़ना होगा इसके लिए अल्पेश ठाकोर तत्पर है । जातिवाद और लालच की साजिश से मुझे हराया गया है । जातिवादी कारक हार की मुख्य वजह है । लेकिन ऐसा कई बार होता है लेकिन पिछले सत्य की जीत होती है और सत्य की जीत होगी । अल्पेश ने आगे बताया कि, मैं गरीबों के लिए और मेरे समाज के लिए हमेशा लड़ते आया हूं और अभी भी लड़ता रहूंगा । आने वाले समय में पत्ता खोलने की बात फिर एक बार अल्पेश ठाकोर ने कहा । घटते हुए तत्व और डर-पैसा, लालच की राजनीति की वजह से हार का परिणाम आया है । जिन लोगों ने मुझे आशीर्वाद दिया इसके लिए यह सभी लोगों को और विशेष राधनपुर की जनता का मैं आभार मानता हूं । राधनपुर के विकास का सपना चकनाचूर हो गया है । अब आगामी तीन वर्ष राधनपुर का विकास कौन करेगा और किस तरीके से होगा यह बडा प्रश्न है । इसी प्रकार से बायड सीट पर से हार गये धवलसिंह झाल ने भी अपनी हार को कबूल कर लिया ।