पाकिस्तान क्रिकेट टीम के कप्तान पद से सरफराज अहमद को हटाए जाने के बाद पाकिस्तानी क्रिकेट में लाहौर बनाम कराची का विवाद भी सामने आ गया है। सिंध प्रांत की राजधानी कराची के रहने वाले सरफराज को पद से हटाए जाने के खिलाफ सिंध के राजनेताओं के बयान आए हैं। इस पर पंजाब से ताल्लुक रखने वाले पूर्व क्रिकेटर शोएब अख्तर ने कहा है कि कराची के डरपोक क्रिकेटर अपने पतन के लिए खुद जिम्मेदार हैं। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, शोएब अख्तर ने कहा, जब मेरे जैसा पंजाबी एक कराची के खिलाड़ी (सरफराज) से कह रहा है कि डटकर अपने अधिकार का इस्तेमाल करो और इसके बाद भी वह फेल हो जा रहा है तो फिर इसके लिए हम (पंजाबी) कैसे जिम्मेदार हो सकते हैं।
अख्तर ने कहा, यह दुखद है कि टीम में कराची का अब केवल एक ही खिलाड़ी, असद शफीक बचा है और वह भी डरपोक इंसान है। 64 टेस्ट खेलने के बाद शफीक का नाम जो रूट, विराट कोहली और बाबर आजम के साथ आना चाहिए था लेकिन वे इनके आस-पास भी नहीं है और इसकी वजह कराची के खिलाडिय़ों की मानसिकता और उनका नर्वस व्यक्तित्व है। अपने समय में रावलपिंडी एक्सप्रेस कहे जाने वाले अख्तर ने कहा, हम सरफराज को सिर्फ समझा ही सकते थे कि (तत्कालीन कोच) मिकी आर्थर की जगह खुद चार्ज संभालो, नए खिलाडिय़ों को मौका दो। दुर्भाग्य से सरफराज ने बात नहीं सुनी। यह स्थिति उसने खुद पैदा की। बीते दो साल में सरफराज मुझे एक डरपोक कप्तान लगा। इसका खामियाजा अब उसे भुगतना पड़ा है।
પાછલી પોસ્ટ