वडोदरा शहर में आये बाढ़ की स्थिति बाद सयाजी अस्पताल में भर्ती हुई महिला की लेप्टोस्पाइरोसिस का रिपोर्ट पॉजिटिव आया है । जिसकी वजह से वडोदरा शहर का स्वास्थ्य विभाग सक्रिय हो गया है । विशेष करके राज्य में कांगो बुखार की घटनाओं के बाद अब लेप्टोस्पाइरोसिस की यह महामारी नहीं फैले इसके लिए प्रशासन द्वारा काम शुरू किया गया है ।
वडोदरा शहर के वारसिया क्षेत्र में रहती चंद्रिका लोहाणा (उम्र.३६) को बुखार आने से २० दिन पहले वडोदरा शहर की सयाजी अस्पताल में भर्ती कराई गई थी । चंद्रिका लोहाणा की उपचार के दौरान तबियत ज्यादा बिगड़ने पर इसे ब्लड रिपोर्ट कराकर सैंपल सूरत की सरकारी अस्पताल में भेजा गया । इस दौरान बुधवार को महिला की ब्लड रिपोर्ट लेप्टोस्पाइरोसिस पॉजिटिव आई । इस मामले में सयाजी अस्पताल की अधीक्षक राजीव देवेश्वर ने बताया कि, एक महिला की लेप्टोस्पाइरोसिस रिपोर्ट पॉजिटिव आई है । लेकिन उपचार किया जा रहा है । लेप्टोस्पाइरोसिस नाम के जीवाणु से फैलता यह बीमारी प्राणियों द्वारा मनुष्य के शरीर में फैलता है । ज्यादातर किसी भी प्रकार के पालतू प्राणी जैसे कि बिल्ली, गाय, कुत्ते, घोडा आदि प्राणियों द्वारा यह बीमारी मनुष्य में फैलने की संभावना है लेकिन सबसे ज्यादा यह बीमारी मुंबई में चूहों द्वारा फैलता है । जबकि मानसून में रास्तों पर पानी भर जाता है, तब यदि कोई व्यक्ति को पैर में किसी जगह पर चोट लगी हो या पैर सपाट हो और यह पानी इसके घाव के संपर्क में आये तो तुरंत ही यह जीवाणु ब्लड के द्वारा व्यक्ति के शरीर में प्रवेश करता है । घर में चूहा हो और इसका यूरिन किसी भी खाद्यपदार्थ में मिले, प्रोविजन स्टोर्स में जहां खाद्यपदार्थ खुले पड़े हो और चूहा काफी ज्यादा हो वहां किसी भी तरीके से उनका यूरिन खुराक में मिल जाए तो यह बीमारी हो सकती है । कुछ केस में देखने को मिला है कि घर में चूहा हो और बच्चे के खिलौने पर इसका यूरिन लगे और यह खिलौना बच्चे मुंह में डाले तो यह बीमारी हो सकती है ।