सवीना कृषि मंडी में शनिवार सुबह बच्चा चोर होने की अफवाह फैलाकर सैकड़ों लोंगों ने एक किन्नर को पकड़ लिया और उसकी जमकर पिटाई कर दी। जब पुलिस मौके पर पहुंची और उस किन्नर को सुरक्षित वहां से निकालकर पड़ताल की तो पता चला कि वे कोई बच्चा चोर नहीं हैं, बल्कि उनका ग्रुप उदयपुर काम से आया हुआ था।
जिले में आए दिन किसी पर भी बच्चा चोर होने का आरोप लगाकर उसके साथ पिटाई करने की घटनाएं बढ़ हैं। इस एक महीने में जिले में यह तीसरी वारदात है। मॉब लिचिंग की इस तरह की वारदातों पर नियंत्रण करने के लिए पुलिस अब ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त रवैया अपना रही है, जो बच्चा चोर की अफवाह फैलाकर किसी भी बेकसूर के साथ पिटाई कर देते हैं।
शनिवार को भी जिन लोगों ने बिना सोचे समझे बच्चा चोर होने की अफवाह फैला, किन्नर के साथ मारपीट की, पुलिस उनके खिलाफ कार्यवाही करेगी और उन लोगों को चिह्नित किया जा रहा है।
पुलिस ने बताया कि बांसवाड़ा निवासी बसंती अपने किन्नरों के ग्रुप के साथ उदयपुर आया हुआ था। वह सवीना कृषि मंडी गया तो वहां कुछ लोगों ने अफवाह फैला दी कि कुछ बच्चा चोर महिलाओं के कपड़ों में में घूम रहे है और बच्चा चोरी करने की फिराक में हैं। बच्चा चोर गिरोह की अफवाह बढ़ते-बढ़ते इतनी बढ़ गयी कि किसी ने अफवाह फैला दी कि बच्चा चोरी हो गया है।
इस दौरान लोगों ने बिना सोचे-समझे या पुलिस को सूचना दिए बगैर ही बसंती को बच्चा चोर समझकर पकड़ लिया और उसकी पिटाई कर दी। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। हालात बिगड़ते देख पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर भीड़ को खदेड़ा और बसंती को सुरक्षित वहां से निकाला।
थाने पर पुलिस ने पूछताछ की तो संदिग्ध युवक के किन्नर होने की बात सामने आयी और पता चला कि न तो वह खुद बच्चा चोर है और न ही उसका किसी बच्चा चोर गिरोह से संबंध है। ऐसे में पुलिस अब अफवाह फैलाकर बेकसूर को पीटने वालों के खिलाफ कार्यवाही करेगी।