फिलहाल में ही शहर के निकोल क्षेत्र में भोजलधाम रेसिडेन्सी के पास एएमसी के निर्माणाधीन पम्पिंग हाउस का स्लैब गिरने के मामले में भारी विवाद और प्राथमिक जांच बाद आखिर में पुलिस ने गुरुवार को तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया । पुलिस ने यह पम्पिंग हाउस के सिविल कॉन्ट्रैक्टर भूपताणी एसोसियेट्स के मालिक सहित तीन लोगों की गिरफ्तारी की वजह से सनसनी मच गई ।
पुलिस ने निकोल में पम्पिंग हाउस की टंकी के निर्माणकाम में कमजोर और घटिया स्तर के सामग्री का इस्तेमाल और इसके निर्माणकाम में गंभीर लापरवाही और विफलता के आरोप में उपरोक्त तीनों आरोपियों को गिरफ्तार किया गया । निकोल में पानी की टंकी बनाने का कामकाज दो वर्ष से किया जा रहा है ।
यह टंकी की बगल में पम्पिंग हाउस का छत भरने का काम सोवार को चल रहा था, तब दो मंजिल ऊंची स्लैब धराशायी होने पर ८ मजदूर दब गये थे । जिसमें से ६ लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया । कॉर्पोरेशन ने २३ करोड़ के खर्च से उपरोक्त टंकी का काम राजकोट के भूपताणी कॉन्ट्रैक्टर्स को सौंपा गया । जिसमें १६४ लाख लीटर अंडरग्राउंड टंकी और २५ लाख लीटर ओवरहेड टंकी बनाना था । इस दौरान म्युनिसिपल में विपक्ष के नेता दिनेश शर्मा के आरोप के अनुसार, कॉन्ट्रैक्टर भूपताणी एसोसियेट्स ने मई-२०१७ में सौंपा गया काम अक्टूबर २०१८ तक में पूरा करना था । लेकिन देरी होने पर कॉन्ट्रैक्टर को म्युनिसिपल ने २७ नोटिस देकर भी ब्लेकलिस्ट करने की रूचि क्यों नहीं ली कॉन्ट्रैक्ट के अनुसार काम करने का समय बीत जाने के बावजूद भी तथा टंकी में दरारें होने की शिकायत होने के बावजूद भी म्युनिसिपल कॉन्ट्रैक्टर क्यों किसलिए बचा रही थी इस तरह यह पूरे मामले में ऐसे देखा जाए तो एएमसी प्रशासन की लापरवाही सामने आयी है इसी वजह से यह जिम्मेदार शासकों के विरूद्ध भी कार्रवाई होनी चाहिए ।