दक्षिण गुजरात और सौराष्ट्र के अधिकतर क्षेत्र और उत्तर गुजरात में कई जगहों पर भारी बारिश जारी रही है । भारी बारिश की वजह से कई जगहों पर जनजीवन ठप हो गया । दक्षिण गुजरात और विशेष करके डांग, सूरत, नवसारी, वलसाड और भरूच में भारी बारिश हुई । तापी में भी भारी बारिश हुई । सापूतारा में भारी बारिश की वजह से मौसम खुशनुमा बन गया है । बड़ी संख्या में प्रवासी पहुंच रहे है । तापी में डोलावाडो बांध ओवरफ्लो हो जाने से पानी की कमी दूर होने के संकेत मिल रहे है । अधिकतर जलाशय और बांध भी ओवरफ्लो हो गये है । नर्मदा जिला और शहर में भी भारी बारिश हुई । गुजरात के अधिकतर क्षेत्रों में बारिश का माहौल रहा है । राज्य के ६८ तहसीलों में १ से ३९ मीमी तक बारिश हुई है । नर्मदा जिला और आसपास क्षेत्रों में दोपहर बाद भारी बारिश शुरू होने से रास्तों पर पानी भर गया । दूसरी तरफ उत्तर पश्चिम मध्यप्रदेश और पूर्वीय राजस्थान पर साइक्लोनिक सर्कुलेशन की स्थिति पैदा हो गई है । जिसकी वजह से भारी बारिश होने की संभावना है । इसके अलावा राज्य के अधिकतर क्षेत्रों में भारी बारिश की चेतावनी जारी किया गया है । बनासकांठा, साबरकांठा और अरवल्ली में भारी बारिश की चेतावनी दी है । दाहोद, महिसागर, पंचमहाल, नवसारी, सूरत और डांग में भी बारिश की चेतावी दी है । गुजरात को असर कर रही ऐसी दो सिस्टम सक्रिय होने की वजह से आगामी पांच दिन तक गुजरात राज्य में भारी बारिश होने का पूर्वानुमान जताया है । जिसकी वजह से राज्य के समुद्र तट के क्षेत्रों में भी अलर्ट दिया गया है । विशेष करके मछुआरों को पांच दिन समुद्र में नहीं जाने की सूचना दी गई है । मौसम विभाग की भारी बारिश के पूर्वानुमान को लेकर सरकार और प्रशासन भी हाई अलर्ट पर है । एनडीआरएफ, फायर ब्रिगेड सहित के जवानों को स्टेन्ड टू रहने की सूचना दी गई है । पूर्वानुमान के अनुसार, राज्य में सौराष्ट्र, कच्छ, उत्तर गुजरात, दक्षिण गुजरात में अच्छी बारिश की संभावना व्यक्त की गई है । फिलहाल, नोर्थ ओडिशा और झारखंड पर बने लो-प्रेशर की वजह से बारिश सिस्टम पैदा हुई है इसी तरीके से उत्तर प्रदेश पर पैदा हुए एपर एयर साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम आगे बढ़कर मध्यप्रदेश की तरफ आयी है जिसकी सीधी असर गुजरात के वातावरण में देखने को मिल रही है । मौसम विभाग के डायरेक्टर जयंत सरकार ने बताया कि, गुजरात में तीन से पांच दिन भारी बारिश होगी । सौराष्ट्र-कच्छ में २४ घंटे बाद भारी बारिश होने की संभावना है । यह दो सिस्टम की वजह से उत्तर गुजरात के बनासकांठा, साबरकांठा, पाटण, मेहसाणा, अरवल्ली, महिसागर के अलावा अहमदाबाद, गांधीनगर में भी काफी अच्छी बारिश होगी । जबकि ३० जुलाई के करीब बारिश सिस्टम कच्छ की तरफ आगे बढ़ने पर मोरबी, जामनगर में बारिश की संभावना है । जिसकी वजह से कुल मिलाकर आगामी पांच दिन में बारिश की संभावना है । ३१ जुलाई के बाद एक लो प्रेशर एरिया सिस्टम पश्चिम बंगाल में बनेगा । जिसके दो-तीन दिन बाद यानी कि २ और ३ अगस्त को गुजरात में अच्छी बारिश होने की संभावना है । अभी तक अहमदाबाद में कम बारिश दर्ज की गई, अब आगामी २८ और २९ जुलाई को अहमदाबाद और गांधीनगर से मध्य गुजरात की तरफ भी अच्छी बारिश होने की संभावना है । दक्षिण गुजरात के दमन, दादरानगर हवेली, वलसाड, नवसारी, सूरत, डांग, तथा उत्तर गुजरात के साबरकांठा, बनासकांठा, अरवल्ली, मेहसाणा तथा कच्छ, जामनगर, मोरबी, सुरेन्द्रनगर और राजकोट में भारी बारिश की संभावना है । मौसम विभाग के पूर्वानुमान की वजह से प्रशासन द्वारा आगामी पांच दिन तक राज्य के समुद्र तट के क्षेत्रों में मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने की सूचना दी गई है । दूसरी तरफ सरकारी प्रशासन और प्रशासनिक तंत्र यह पूर्वानुमान की वजह से हाई अलर्ट पर आ गया है । एनडीआरएफ, फायर ब्रिगेड, डिजास्टर मैनेजमेन्ट सहित की राहत और बचाने की टीमों को स्टेन्ड टू रखकर संबंधित स्थलों पर तैनात की गई है ।